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महिला को पैरालिसिस का अटैक, सड़क न होने पर पालकी से पहुंचाया अस्पताल

कई बार ऐसा वक्त आता है जब इन्सान अपने आप को असहाय और बेबस महसूस करता है. एक ऐसा ही मामला भरमौर उपमंडल की ग्राम पंचायत जगत के थोकला वार्ड से सामने आया है. जहां के लोग सड़क सुविधा के अभाव में खुद को (Lack of road facility in Thokla ward) असहाय समझते हैं. वार्ड की एक महिला को अचानक पैरालिसिस का अटैक आया जिसके बाद महिला के पति ने उसकी बिगड़ती तबीयत को देखते हुए ग्रामीणों से मदद की गुहार लगाई. जिसके बाद गांववासियों के सहयोग से महिला को बर्फ के बीच से चार किलोमीटर पैदल पालकी पर उठाकर अस्पताल पहुंचाया गया.

Lack of road facility in Thokla ward
चंबा में सड़क सुविधा का अभाव
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Published : Feb 7, 2022, 4:04 PM IST

Updated : Feb 7, 2022, 4:23 PM IST

चंबा: भले ही प्रदेश सरकार हर गांव तक सड़क सुविधा पहुंचाने का दावा करती हो लेकिन हिमाचल में आज भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां तक सड़क ही नहीं पहुंची है. सड़क सुविधा के अभाव के (Lack of road facility in Thokla ward) चलते कई बार जिंदगी और मौत की जंग भी लड़नी पड़ती है. ऐसी ही एक जंग लड़ी है चंबा जिले के भरमौर उपमंडल की ग्राम पंचायत जगत के थोकला वार्ड के चमन लाल ने. दरअसल चमन लाल की पत्नी किरण देवी को अचानक पैरालिसिस का अटैक आया और महिला की हालात देखते ही देखते बिगड़ती चली गई.

पत्नी की बिगड़ती हालत को देख चमन लाल ने ग्रामीणों से मदद की गुहार लगाई. इस समय चमन लाल खुद को बेबस समझ रहा था. क्योंकि सड़क सुविधा न होने के चलते न तो वाहन के जरिए महिला को अस्पताल पहुंचाया जा सकता था. वहीं, दूसरी तरफ चारों ओर गिरी बर्फ के बीच पैदल जाना भी बेहद मुश्किल था. लेकिन चमन लाल ने हिम्मत नहीं हारी और ग्रामीणों की मदद से महिला को पालकी में बिठाकर ढलानदार रास्ते पर जोखिम के बीच करीब चार किलोमीटर पैदल चलकर मुख्य मार्ग तक पहुंचाया.

थोकला वार्ड में सड़क सुविधा का अभाव

जिसके बाद निजी वाहन के जरिए महिला को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया. बहरहाल, अब महिला की हालत में सुधार है.बता दें कि थोकला वार्ड में सड़क न होने से आज भी ग्रामीण पीठ और खच्चरों के जरिए ही (Lack of road facility in Thokla ward) सामान ढोने को मजबूर हैं. थोकला वार्ड के लोग सड़क सुविधा की मांग को लेकर उपचुनाव का भी बहिष्कार भी कर चुके हैं. लेकिन, अभी भी उन्हें सड़क सुविधा नहीं मिल पाई है. सड़क न बनने से गुस्साएं ग्रामीणों ने अब दो टूक शब्दों में आगामी विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करने की बात कही है. ग्रामीणों की मानें तो सड़क सुविधा न होने से क्षेत्र का विकास पूरी तरह से ठप पड़ चुका है, जिसका खामियाजा ग्रामीणों को ही उठाना पड़ रहा है.

वार्ड सदस्य विक्रमजीत सिंह ने कहा कि सड़क सुविधा न होने से (Lack of road facility in Thokla ward) लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सड़क सुविधा के अभाव में स्कूली बच्चों, ग्रामीणों और विशेष कर महिलाओं को परेशानियां उठानी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि मंडी उपचुनावों का बहिष्कार करने के बाद भी सड़क के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है. ऐसे में गुस्साएं ग्रामीणों ने आगामी विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करने का भी मन बना लिया है. वहीं, इस बारे में एडीएम भरमौर संजय कुमार धीमान ने कहा कि थोकला वार्ड को सड़क सुविधा से जोड़ने के लिए प्रयास किए जाएंगें ताकि लोगों की समस्या का समाधान किया जा सके.

ये भी पढ़ें: शिमला में मासूम को मौत के घाट उतारने वाली खूंखार मादा तेंदुए का शावक पिंजरे में कैद

चंबा: भले ही प्रदेश सरकार हर गांव तक सड़क सुविधा पहुंचाने का दावा करती हो लेकिन हिमाचल में आज भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां तक सड़क ही नहीं पहुंची है. सड़क सुविधा के अभाव के (Lack of road facility in Thokla ward) चलते कई बार जिंदगी और मौत की जंग भी लड़नी पड़ती है. ऐसी ही एक जंग लड़ी है चंबा जिले के भरमौर उपमंडल की ग्राम पंचायत जगत के थोकला वार्ड के चमन लाल ने. दरअसल चमन लाल की पत्नी किरण देवी को अचानक पैरालिसिस का अटैक आया और महिला की हालात देखते ही देखते बिगड़ती चली गई.

पत्नी की बिगड़ती हालत को देख चमन लाल ने ग्रामीणों से मदद की गुहार लगाई. इस समय चमन लाल खुद को बेबस समझ रहा था. क्योंकि सड़क सुविधा न होने के चलते न तो वाहन के जरिए महिला को अस्पताल पहुंचाया जा सकता था. वहीं, दूसरी तरफ चारों ओर गिरी बर्फ के बीच पैदल जाना भी बेहद मुश्किल था. लेकिन चमन लाल ने हिम्मत नहीं हारी और ग्रामीणों की मदद से महिला को पालकी में बिठाकर ढलानदार रास्ते पर जोखिम के बीच करीब चार किलोमीटर पैदल चलकर मुख्य मार्ग तक पहुंचाया.

थोकला वार्ड में सड़क सुविधा का अभाव

जिसके बाद निजी वाहन के जरिए महिला को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया. बहरहाल, अब महिला की हालत में सुधार है.बता दें कि थोकला वार्ड में सड़क न होने से आज भी ग्रामीण पीठ और खच्चरों के जरिए ही (Lack of road facility in Thokla ward) सामान ढोने को मजबूर हैं. थोकला वार्ड के लोग सड़क सुविधा की मांग को लेकर उपचुनाव का भी बहिष्कार भी कर चुके हैं. लेकिन, अभी भी उन्हें सड़क सुविधा नहीं मिल पाई है. सड़क न बनने से गुस्साएं ग्रामीणों ने अब दो टूक शब्दों में आगामी विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करने की बात कही है. ग्रामीणों की मानें तो सड़क सुविधा न होने से क्षेत्र का विकास पूरी तरह से ठप पड़ चुका है, जिसका खामियाजा ग्रामीणों को ही उठाना पड़ रहा है.

वार्ड सदस्य विक्रमजीत सिंह ने कहा कि सड़क सुविधा न होने से (Lack of road facility in Thokla ward) लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सड़क सुविधा के अभाव में स्कूली बच्चों, ग्रामीणों और विशेष कर महिलाओं को परेशानियां उठानी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि मंडी उपचुनावों का बहिष्कार करने के बाद भी सड़क के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है. ऐसे में गुस्साएं ग्रामीणों ने आगामी विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करने का भी मन बना लिया है. वहीं, इस बारे में एडीएम भरमौर संजय कुमार धीमान ने कहा कि थोकला वार्ड को सड़क सुविधा से जोड़ने के लिए प्रयास किए जाएंगें ताकि लोगों की समस्या का समाधान किया जा सके.

ये भी पढ़ें: शिमला में मासूम को मौत के घाट उतारने वाली खूंखार मादा तेंदुए का शावक पिंजरे में कैद

Last Updated : Feb 7, 2022, 4:23 PM IST
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