चंबाः प्रदेश सरकार के पूर्व स्वास्थ्य निदेशक ने कोरोना योद्धाओं के लिए उपकरण समान की खरीद के लेनदेन में किए गए घोटाले की उच्च न्यायालय के पीठासीन जज से जांच करवाए जाने की मांग को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी चंबा के पदाधिकारियों और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उपायुक्त चम्बा विवेक भाटिया के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में इस पूरे मामले की निष्पक्षता से जांच करवाए जाने की मांग उठाते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग का प्रभार मुख्यमंत्री के अधीन भी रहता है, ऐसे में उनके नाक के तले ही कोरोना उपकरणों की खरीद में घोटाला हुआ है.
इसके अलावा मुख्यमंत्री के पास ही गृह मंत्रालय होता है, लिहाजा वह अपने आपको इससे अलग नहीं रख सकते हैं. कांग्रेस ने माननीय उच्च न्यायालय के पीठासीन जैसे मामले की जांच की मांग उठाई है.
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नीरज नैयर, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष करतार सिंह ठाकुर, वरिष्ठ कांग्रेसी करतार सिंह ठाकुर, कपिल भूषण, लियाकत खान, नरेश राणा ने कहा कि एक तरफ जहां देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है तो वहीं, प्रदेश सरकार के अधीन स्वास्थ्य विभाग के पूर्व निदेशक ने कोरोना योद्धाओं के लिए खरीदे जाने वाले उपकरणों में किया गया घोटाला काफी चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल के द्वारा दिए गया इस्तीफा उनकी अंतर कलह को भी दर्शाता है.
उन्होंने इस पूरे मामले की जांच उच्च न्यायालय के पीठासीन जज से करवाए जाने की मांग उठाई है. इसी के चलते शुक्रवार को उन्होंने डीसी चंबा के माध्यम से माननीय राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है.
इसी के चलते शुक्रवार को जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नीरज नैयर की अगुवाई में कांग्रेस पदाधिकारियों ने जिलाधीश चंबा के माध्यम से माननीय राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर इस पूरे मामले की जांच उच्च न्यायालय के पीठासीन जज से करवाए जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट में इस तरह का घोटाला कई प्रकार के सवाल पैदा कर रहा है और प्रदेश सरकार को इन सवालों के जवाब देने के लिए तैयार रहना होगा.