बिलासपुर: केंद्रीय खेल मंत्रालय पूरे भारत में एक हजार खेलो इंडिया सेंटर खोलने जा रहा है. इन सेंटरों को खोलने के लिए देश की सभी राज्य सरकारों से प्रपोजल भी मांगा गया है. अभी तक 500 से अधिक सेंटर देश में खोले जा चुके हैं, बाकि के बचे आधे सेंटरों को खोलने का कार्य तेजी से चला हुआ है. यह बात बिलासपुर के सर्किट हाउस में पहुंचे केंद्रीय राज्य खेल मंत्री निसिथ प्रमाणिक (Nisith Pramanik in Bilaspur) ने कही.
पत्रकारों से बातचीत करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक ने कहा कि देश के सभी राज्यों में इन सेंटरों को खोला जाएगा ताकि हर शहर व गांव में छिपे खिलाड़ियों को बाहर एक अच्छा स्थान दिया जा सके. उन्होंने कहा कि हिमाचल में खेलो इंडिया सेंटर (Nisith Pramanik On Khelo India Center) खोलने की कवायद आरंभ की गई है. जिसमें हिमाचल सरकार की ओर से भी प्रपोजल आए हुए हैं, जिनको जल्द ही पूरा करके सेंटरों को खोला जाएगा. केंद्रीय राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक ने कहा कि भारत में खेलों को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार दिन-रात कार्य कर रही है. कोई भी खिलाड़ी किसी सुविधा से न पिछड़े इसके लिए ही यह सेंटर खोले जा रहे हैं, ताकि घर द्वार पर खिलाड़ियों को खेलने के लिए अच्छा स्थान मिल सके.
उन्होंने बताया कि टोक्यो ओलंपिक में भारत की अधिकतर (Nisith Pramanik On Khelo India Center) टीमों ने बेहतर प्रदर्शन किया है. ऐसे में अगर कुछ कमियां रही हैं, उनको पूरा करने के लिए ही यह सेंटर खोले जा रहे हैं. इसी के साथ उन्होंने यह भी बताया कि देश के कुछ राज्यों में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया साई और एक नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की भी स्थापना की जाएगी. जिसके लिए जल्द ही देश के कुछ राज्यों को चुना जा रहा है. उन्होंने बताया कि हिमाचल भी खेलों में काफी आगे रहा है ऐसे में हिमाचल से ही संबंध रखने वाले केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर इस ओर काफी ध्यान दे रहे हैं.
उन्होंने कहा कि देश ही नहीं बल्कि हिमाचल के खिलाड़ियों को भी अधिक तव्वजो दी जाती है, ताकि हिमाचल से भी खिलाड़ी निकलकर आगे देश का नाम रोशन करें. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में खेलो इंडिया के माध्यम से गांव और छोटे शहरों के खिलाड़ियों को अपने खेल के हुनर को प्रदर्शन कर आगे बढ़ाने का अवसर उपलब्ध करवाया गया है. उन्होंने खिलाड़ियों को सभी खेल सुविधाएं और इंफा्रस्टचर उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया है.
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