बिलासपुर: खेल हमें रोमांच, उत्साह और संवेदना के साथ जोड़ते हुए आत्मविश्वास की ओर ले जाता है और इससे सफलता और असफलता में धेर्य व संयम और साहस का बोध होता है और यही खेलों का महत्व है. यह बात जिला उपायुक्त पंकज राय ने बाबा कल्याण कमल दास वुशु कल्ब चमलोग द्वारा 17वीं हिमाचल प्रदेश राज्य स्तरीय सब जूनियर और जूनियर वुशु प्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए कही.
उन्होंने कहा कि खेलों में अच्छा या उत्कृष्ठ प्रदर्शन हार और जीत के आंकड़े से ज्यादा महत्वपूर्ण होता है. उन्होंने बताया कि वुशु खेल में कम अंतराल में ही खिलाड़ियों ने इस खेल में 4 अर्जुन पदक प्राप्त कर प्रदेश का नाम रोशन किया है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश के जिला मंडी, कुल्लू, बिलासपुर, कांगडा, ऊना, शिमला और हमीरपुर के लगभग 250 खिलाड़ी राज्य स्तरीय सब जूनियर और जूनियर वुशु प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज खेलों में अपार सम्भावनाएं है और खेल-कूद एक उद्योग बन चुका है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में खिलाड़ियों के लिए सरकार द्वारा अनेक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है. उन्होंने कहा कि वुशु संघ द्वारा अनेक वुशु प्रतियोगिताओं का आयोजन कर खिलड़ियों की प्रतिभा को संवारा जा रहा है. हिमाचल के वुशु खिलाड़ियों ने 17 स्वर्ण, 28 रजत और 93 कांस्य सहित कुल 138 पदक वर्ष 2000 से अब तक प्राप्त कर इतिहास रचा है.
उन्होंने आयोजन समिति को आश्वासन दिया कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए जिला में भी वुशु के विभिन्न आयोजनों के लिए पूरा सहयोग किया जाएगा. यह हर्ष का विषय है कि वर्ष 2000 में इस खेल को प्रदेश ने पहचान दी और अब तक 35 से ज्यादा वुशु खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों में खिलाड़ी कोटे से लाभ मिला है.
उन्होंने कहा कि खेलों और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए अक्तूबर माह में चार स्पर्धाओं का आयोजन लुहणू मैदान में किया जाएगा. राष्ट्रीय स्तर की कायकिंग एंड कनोइंग, पैराग्लाइडिंग, कुश्ती प्रतियोगिता के आयोजन के साथ-साथ बिलासपुरी लोक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सांस्कृतिक उत्सव भी शामिल होंगे.
जिले में अक्तूबर माह में राष्ट्रीय स्तर की महिला एवं पुरूष वाटर स्पोर्टस की स्पर्धा लुहणू मैदान में आयोजित की जा रही हैं. इन स्पर्धाओं में देश के लगभग 1000 महिला एवं पुरूषों के नौका दौड़ में भाग लेने की सम्भावना है. उन्होंने कहा कि लुहणू मैदान सभी खेलों का केन्द्र बिन्दु है. इसके विकास व सौंदर्यीकरण के लिए सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा योजना बनाई जा रही है.
इस अवसर पर उन्होंने युवा खिलाड़िओं को नशे से दूर रहने का आग्रह किया और सभी से आह्वान किया कि इस संदेश को घर-घर तक पहुंचाएं, ताकि नशे की गिरफ्त में तबाह होती मासूम युवा जिंदगियों को बचाया जा सके. उन्होंने खिलाड़ियों से कोरोना प्रोटोकोल का पालन करने का भी आग्रह किया.
वहीं, इस अवसर पर हिमाचल वुशु संघ के महासचिव पीएन आजाद ने कहा कि 21वीं राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता से हिमाचल के 42 खिलाड़ियों व 4 ऑफिशियल का चयन लवली यूनिवर्सिटी जालंधर में होने वाली 20 से 25 अक्तूबर तक नेशनल वुशु प्रतियोगिता के लिए किया गया है. उन्होंने बताया कि वुशु प्रतियोगिता में देश, प्रदेश स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों ने राज्य का नाम रोशन किया है.
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