बिलासपुरः घुमारवीं के विधायक राजेंद्र गर्ग ने प्रदेश कैबीनेट में मंत्री पद प्राप्त कर अपनी कार्यशैली और ताकत का अहसास करवा दिया है. बहरहाल घुमारवींवासियों के लिए यह ऐसा सपना है जो शायद बहुत कम लोगों ने देखा होगा. रातों-रात इतनी बड़ी खुशी मिलने से लोगों का झूमना तो बनता है.
रांजेंद्र गर्ग एक दैनिक समाचार पत्र के घुमारवीं डेट लाइन से संवाददाता रहे. राजेंद्र गर्ग की लेखनी प्रखर थी, लेकिन उनका सपना और रास्ता कुछ और ही था. बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के लिए परिवार के सदस्य जैसे राजेंद्र गर्ग की ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा का परिणाम है कि उन्हें मंत्री पद मिला है. पहली बार जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचे राजेंद्र गर्ग अब कैबिनेट मंत्री हैं. इससे जिला बिलासपुर में कई दिग्गजों की नींद उड़ी है.
2017 में घुमारवीं विस क्षेत्र से चुने गए विधायक
साल 2017 में बिलासपुर जिला के घुमारवीं विस क्षेत्र से विधायक चुने गए राजेंद्र गर्ग 30 मई 1966 को बिलासपुर जिला के ठंडोड़ा गांव में सुंदरी देवी और बलदेव सिंह के घर पैदा हुए. इनकी प्रारंभिक शिक्षा घर के पास के स्कूलों में हुई बाद में उन्होंने हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी और ग्वालियर मध्य प्रदेश की जीवाजी यूनिवर्सिटी में शिक्षा प्राप्त की. राजेंद्र गर्ग ने वहां से वनस्पति विज्ञान में एमएससी की डिग्री हासिल की.
ऐसे शुरू हुआ राजनीतिक और सामाजिक सफर
आरएसएस से जुड़े होने के साथ-साथ उन्होंने 1983 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में प्रवेश किया और 1986-87 में बिलासपुर जिला के संयोजक बने. राजेंद्र गर्ग राज्य कार्यकारिणी में सचिव रहे और पूर्णकालिक संगठन सचिव की सेवाएं उन्होंने मध्यप्रदेश में दीं. जहां उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कार्य 1990 से लेकर 1997 तक किया.
2006 से 2010 तक राजेंद्र गर्ग भाजपा प्रशिक्षण सेल के संयोजक रहे और इसी कार्यकाल में ही स्कूल शिक्षा बोर्ड के सदस्य चुने गए. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश टेक्निकल एजुकेशन बोर्ड के सदस्य होने के साथ भाजपा के राष्ट्रीय दल के सदस्य भी रहे.
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