बिलासपुर: जिले के युवक की क्वारंटाइन सेंटर में हुई मौत मामले में मृतक के परिजनों ने पुलिस और सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं. मृतक हंसराज के भाई देशराज ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि उनके भाई की मृत्यु हुए लगभग 5 से 6 दिन हो चुके है, लेकिन अभी तक उन्हें पोस्टमार्टम की रिपोर्ट नहीं सौंपी गई है. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा है कि उनके भाई की डेथ सर्टिफिकेट भी उन्हें नहीं दी गई है.
मृतक के भाई देशराज ने बताया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं लेकिन अभी तक पुलिस और जिला प्रशासन जांच के नाम पर खानापूर्ति कर रहा है. कुछ दिन पहले ही स्वास्थ्य और पुलिस विभाग की ओर से जांच अधिकारी उनके घर आए हुए थे, लेकिन परिवार वालों की ओर से पूछे गए कुछ सवालों का जवाब अधिकारियों ने नहीं दिया.
परिजनों ने इस मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग उठाई है. मृतक के भाई देशराज का कहना है कि इस मामले में पुलिस प्रशासन क्या जांच कर रहा है, इसकी जानकारी उनके परिवार को दी जाए.
पुलिस प्रशासन अगर इस मामले की गहनता से जांच नहीं करता है तो वह इस मामले की उच्चाधिकारियों से जांच करवाने की गुहार मुख्यमंत्री से करेंगे. इस तरह पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवालों से पुलिस प्रशासन के अधिकारियों पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं.
आपको बता दें कि प्रदेश में अब तक 17417 लोगों के कोविड-19 टेस्ट किए जा चुके हैं. इनमें 17049 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. लॉकडाउन में मिली छूट के बाद बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को होम क्वारंटीन किया जा रहा है. अगर उनमें कोरोना के कोई भी लक्षण नजर आते हैं तो उन्हें संस्थागत क्वारंटीन किया जा रहा है.
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