घुमारवीं/बिलासपुरः प्रदेश के लोगों की समस्याओं को लेकर हिमाचल किसान व जन कल्याण सभा की बैठक का आयोजन घुमारवीं कार्यालय में की गई. बैठक की अध्यक्षता सभा के प्रदेशाध्यक्ष बृज लाल शर्मा ने की. बैठक में चर्चा की गई कि विधानसभा में पहुंचने वाले जनप्रतिनिधि नेता भी खोखले भाषण देकर समय व्यतीत कर रहे हैं, जबकि कोरोना माहमारी के चलते सभी वर्गों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
सभा का कहना है कि आम सर्दी-जुखाम को भी कोरोना ही घोषित किया जा रहा है, जिसकी दवाई हॉस्पिटल में नहीं दी जा रही है. स्वास्थ्य विभाग में सरकार को निर्देश देने चाहिए कि जो लोग आम सर्दी, जुखाम, बुखार के पीड़ित हो जाते हैं, उनके लिए दवाई का प्रबंध होना चाहिए. सभा ने आरोप लगाया कि कोरोना माहमारी से डरा कर लोगों को घर में बंद किया जा रहा है.
वहीं, सभा ने कहा कि महामारी के चलते किसान, दुकानदार व अन्य लोगों ने अपना व्यवसाय के लिए बैंकों से लोन लिया है, उनका कारोना माहमारी ब्याज माफ किया जाना चाहिए और किसानों के केसीसी ऋण भी माफ किया जाना चाहिए. बैठक में सभा के प्रदेश अध्यक्ष बृज लाल शर्मा ने कहा कि किसानों की दशा दयनीय है. कोई भी राजनीतिक पार्टी ने आम जनता की समस्याओं को प्रमुखता से नहीं उठा रही है.
उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र केवल मात्र औपचारिकता ही रह गई है. किसानों की समस्याओं व बेरोजगारों युवाओं के राहत के लिए कोई चर्चा नहीं की जा रही है. सभा का कहना है कि हर साल किसान अपनी फसल का बीमा करवाते हैं, लेकिन जब किसी आपदा से या जंगली-जानवरों द्वारा फसल तबाह होती है तो उन्हें बीमा की हुई फसल का कोई मुआवजा नहीं मिलता है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि बीमा में इसका प्रवधान किया जाना चाहिए. साथ ही सभा ने किसानों की फसल सुरक्षा के लिए बंदूक लाइसेंस की नवीकरण फीस 1600 रुपये की वापस लेने की मांग भी उठाई.
बृज लाल शर्मा ने बताया कि अब सभा ने किसानों की समस्याओं को लेकर हर पंचायत में ग्रामीण स्तर पर पैदल यात्रा करके नुक्क्ड़ सभाएं व बैठकें करने का फैसला लिया है. यह अभियान जिला बिलासपुर के घुमारवीं से शुरू करके पूरे हिमाचल प्रदेश तक किया जाएगा. किसानों व अन्य जनमानस की सभी समस्याओं को लेकर स्वतंत्रता सेनानी स्मारक में महात्मा गांधी की जयंती के दिन 2 अक्टूबर को धरना दिया जाएगा.
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