बिलासपुर: विश्व हिंदू परिषद के बैनर तले प्रदेश में राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के निधि समर्पण अभियान चलाया जाएगा. यह अभियान 15 जनवरी से आरंभ होकर 27 फरवरी तक चलेगा. यह जानकारी प्रांत सह मंत्री और प्रांत अभियान प्रमुख सुनील जसवाल ने बिलासपुर में पत्रकारों को दी. सुनील जसवाल ने अपने संबोधन में कहा कि 9 नवंबर 2019 को न्यायालय का आदेश आया कि मंदिर का निर्माण किया जा सकता है. उसी के तहत एक ट्रस्ट का गठन किया गया जिसके अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास जी को बनाया गया.
2.7 एकड़ में मंदिर बनेगा
सुनील जसवाल ने कहा कि हिंदू आस्था के प्रतीक भव्य मंदिर को बनाने के लिए धन की आवश्यकता पड़ेगी. इसलिए पूरे प्रदेश में यह अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि 108 एकड़ में एक मंदिर परिसर का निर्माण होगा. वहीं, 2.7 एकड़ में मंदिर बनेगा, जिसमें पुस्तकालय, थिएटर, संग्रहालय और लगभग 5000 लोगों के रहने की व्यवस्था भी की जा रही है. इस मंदिर के निर्माण के लिए गुलाबी पत्थर का प्रयोग किया जा रहा है. सीमेंट और स्टील का उपयोग नहीं होगा और लगभग 1000 वर्षों की मजबूती प्रदान की जाएगी.
कई तकनीकी कंपनियों का मंदिर निर्माण की योजना में सहयोग
प्रांत अभियान प्रमुख सुनील जसवाल ने कहा कि कई तकनीकी कंपनियां इस मंदिर निर्माण की योजना में सहयोग कर रही हैं. जिनमें लार्सन एंड टर्बो, आईआईटी रुड़की और चेन्नई सेंट्रल रिसर्च बिल्डिंग इंस्टिट्यूट और टाटा के कुछ वैज्ञानिक भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि हर हिंदू की सहभागिता इस मंदिर निर्माण में हो इसलिए अभियान चलाया जा रहा है. जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मार्गदर्शन में विश्व हिंदू सेना, विश्व हिंदू परिषद के बैनर तले चलेगा. हिमाचल प्रदेश के सभी गांव में यह अभियान चलेगा. 10 रुपये से लेकर अधिकतम राशि तक यह निधि समर्पण करवाया जाएगा ताकि भव्य मंदिर का निर्माण किया जा सके.
अभियान 23 जनवरी से शुरू होगा
बिलासपुर जिले में यह अभियान 23 जनवरी से आरंभ होगा. इस अवसर पर अजय सिंह सह प्रभारी, शिवकुमार नडडा, जिला बिलासपुर प्रभारी, दिनेश पंडित सह प्रमुख जिला बिलासपुर, वित्त सह प्रमुख प्रदेश तुषार डोगरा, प्रचारक प्रताप, नीरज जसवाल जिला महामंत्री, तरुण टाडू नगर संयोजक भी उपस्थित रहे.