बिलासपुर: नशे के बढ़ रहे प्रचलन को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्वारघाट क्षेत्र में नशा निवारण केंद्र खोलने की कार्य योजना तैयार की है. इस केंद्र को वन विभाग स्वारघाट के मिड हिमालयन भवन में शुरू करने की योजना है. केंद्र पर खर्च होने वाली सारी धनराशि नैना देवी मंदिर ट्रस्ट की ओर से खर्च की जाएगी. जिला प्रशासन ने इस संदर्भ में कवायद आरंभ कर दी है.
उपायुक्त बिलासपुर राजेश्वर गोयल ने स्वारघाट एसडीएम सुभाष गौतम को इसकी साइट विजिट करने के आदेश जारी किए हैं. साइट विजिट के बाद ही आगामी रिपोर्ट जिला प्रशासन की ओर से तैयार की जाएगी. डीसी ने बताया कि स्वारघाट में प्रस्तावित नशा निवारण केंद्र में 15 बेड की सुविधा दी जाएगी.
हालांकि अभी तक प्रशासन की ओर से जिला अस्पताल में यह केंद्र चल रहा है. जिसमें दो बेड की सुविधा दी गई है. इस केंद्र का लोकार्पण राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय द्वारा किया गया था लेकिन अब प्रशासन ने बेहतर तरीके से नशा निवारण केंद्र को खोलने की योजना तैयार की है.
डीसी राजेश्वर गोयल ने बताया कि इस केंद्र के लिए एक एनजीओ भी सामने आई है. गुंजन नाम की एक एनजीओ ने प्रदेश के कई जिलों में ऐसे केंद्र खोले हैं. जिसमें वह सारी सुविधाएं मुहैया करवाती है. वहीं, इस केंद्र की भी यह सारी देखरेख करती है. उन्होंने बताया कि इस एनजीओ के साथ भी बैठक की जाएगी, ताकि सारी व्यवस्थाओं को देखते हुए केंद्र शुरू किया जा सके.
जिला प्रशासन को इंतजार अब भवन का है. अगर सारी औपचारिकताएं समय अनुसार हो जाती है तो जल्द ही यह केंद्र स्वारघाट में खोल दिया जाएगा.
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