बिलासपुरः मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डॉ. प्रकाश दरोच ने बताया कि जिला से कोविड-19 की जांच के लिए अब तक 980 लोगों के सैंपल लैब आईजीएमसी शिमला भेजे गए है. उनमें से 926 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं और 4 की रिपार्ट अभी तक पॉजिटिव आई है. बचे 80 सैंपल की रिपोर्ट आना अभी बाकी है.
उन्होंने बताया कि बाहर से बहुत ज्यादा संख्या में लोग अपने-अपने घरों को आ रहें हैं. सभी की बार्डर पर स्वास्थ्य जांच की जा रही है और सरकार के आदेशानुसार जो रेड जोन वाले क्षेत्रों से आ रहे हैं, उन्हें इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में रखा जा रहा है और 5 से 7 दिनों के अंदर उनका कोरोना टेस्ट किया जा रहा है, जोकि नेगेटिव आने पर ही उन्हें होम क्वारंटाइन में भेजा जा रहा है. वहीं, जो ऑरेज जोन या ग्रीन जोन से आ रहे हैं उनको डॉक्टर की अनुमति के हिसाब से क्वारंटाइन किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि आम जनता में किसी को भी बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ हो तो वो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर जांच करवाएं और कोरोना वायरस का टेस्ट करवाएं. उन्होंने बताया कि सरकार के जारी आदेशों के अनुसार कार्यस्थल पर सामाजिक दूरी व मास्क अनिवार्य कर दिए है.
घर से बाहर जाने पर मास्क का प्रयोग अनिवार्य है और सार्वजनिक स्थानों पर थूकना भी दंडनीय अपराध है. हम सबको इन बातों का पालन करना चाहिए. उन्होंने बताया कि कोविड-19 के बारे में सभी को पूर्ण ज्ञान होना बहुत जरुरी है. इसके क्या लक्षण हैं, इसके बचाव के लिए हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं.
सार्वजनिक स्थानों पर बरतें सावधानियां-
उन्होंने बताया कि कोरोना से बचने के लिए गंदे हाथों से नाक, मुंह व आंखों को न छुंए, किसी से मिलने के दौरान हाथ न मिलाए, गले मिले सार्वजनिक स्थानों पर न थूके, बिना चिकित्सक के परामर्श से दवा न लें, इस्तेमाल किए हुए नैपकिन या टिशू पेपर खुले में न फेंके, खुले में रखी किसी चीज का स्पर्श न करें और न ही किसी चीज को अनावश्यक हाथ लगाएं, जानवरों के संपर्क में आने से बचे, सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लेने से बचें, बिना मास्क पहने घर से बाहर न निकलें, अस्पतालों में बहुत ही जरुरी हो तो ही जाएं, अनावश्यक भीड न करें, अफवाहों पर विश्वास न करें और न ही अफवाहें फैलाएं.