बिलासपुर: ऊना में कोरोना वायरस के तीन मामले सामने आने पर बिलासपुर प्रशासन भी सतर्क हो गया है. पुलिस को सूचना मिली थी कि संक्रमित व्यक्ति 10 दिन तक घुमारवीं में भी रूके थे, लेकिन शुक्रवार को पुलिस जांच में पता चला कि घुमारवीं मस्जिद के मौलवी ने अपने रजिस्टर में इन व्यक्तियों के ठहरने का झूठा रिकॉर्ड दर्ज किया था. इसके चलते बिलासपुर पुलिस ने मौलवी समेत रजिस्टर में नाम दर्ज करने वाले लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
जानकारी के अनुसार एक सब्जी विक्रेता के खिलाफ भी पुलिस ने मामला दर्ज किया है. सब्जी विक्रेता ने अफवाह फैलाई थी कि मस्जिद में कोरोना पीड़ित तबलीगी जमात के लोग ठहरे हुए थे. पुलिस प्रशासन का कहना है कि सरकार के दिशा-निर्देश न मानने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
डीएसपी बिलासपुर संजय शर्मा ने कहा कि तबलीगी जमात दिल्ली मरकज से वापस हिमाचल आने वाले सभी लोग जिला प्रशासन, प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग को सूचना दें. इससे वह खुद और अपने परिवार को सुरक्षित रख पाएंगे, जिससे समाज, गांव, जिला, प्रदेश और देश ठीक रह पाएगा.
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