बिलासपुर: जिला कॉलेज प्रशासन की ओर से फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित में एमएमसी की कक्षाएं शुरू करने को लेकर शिमला निदेशालय को लिखा गया पत्र का जबाव अभी तक नहीं मिला है. लगभग एक साल पूरा होने के बाद कॉलेज प्रशासन ने एक बार फिर से शिमला निदेशालय को रिमांइडर लैटर भेजा है.
इस लैटर के माध्यम से कॉलेज प्रशासन ने बिलासपुर कॉलेज में एमएमसी की कक्षाएं शुरू करने की अनुमति मांगी है. साथ ही यहां पर कॉलेज को पूरा रिकार्ड भी प्रेक्षित किया गया है. क्योंकि कॉलेज में विद्यार्थियों की संख्या व रिजल्ट के आकलन के बाद ही कॉलेज को मास्टर डिग्री वाले कोर्स दिए जाते है. ऐसे में कॉलेज प्रशासन यह भी दावा कर रहा है कि अगले सत्र से एमएमसी की कक्षाएं यहां पर सूचारू रूप से शुरू भी हो जाएगी.
बिलासपुर कॉलेज में एमएमसी की कक्षाएं शुरू
बिलासपुर कॉलेज प्राचार्य रामकृष्ण ने बताया कि एमएमसी की कक्षाएं यहां पर शुरू होना अति आवश्यक है. उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय का यह सबसे बड़ा कॉलेज है. ऐसे में यहां पर मास्टर डिग्री के कोर्स होना जरूरी है. उन्होंने कहा है कि स्थानीय विधायक से भी इस मामले को लेकर आग्रह किया गया है.
जिला मुख्यालय का यह सबसे बड़ा कॉलेज
वहीं, कॉलेज प्रशासन का कहना है कि इस कोर्स के शुरू होने से जिला के विद्यार्थियों को इसका अधिक लाभ मिलेगा. गौरतलब है कि बिलासपुर जिला के विद्यार्थियों को मास्टर डिग्री करने के लिए सूबे से बाहर अन्य राज्यों में जाना पड़ता है. ऐसे में उनका ज्यादा खर्चा सहित महंगी फीस देनी करनी पड़ती है, जिससे जिला के विद्यार्थियों और उनके परिजनों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
शिमला निदेशालय को रिमांइडर लैटर भेजा
इन सभी दिक्कतों को देखते हुए कॉलेज प्रशासन यह कोर्स जिला मुख्यालय के बिलासपुर कॉलेज में शुरू करने का निर्णय लिया है और शिमला निदेशालय से मिलने वाली हरी झंडी का इंतजार है. बिलासपुर कॉलेज प्राचार्य रामकष्ण का कहना है कि शिमला निदेशालय को रिमांइडर लैटर भेजा गया है. अगले सत्र से यह कोर्स शुरू होने की संभावनाएं जताई जा रही है.
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