ETV Bharat / city

अर्पिता शर्मा को मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना से मिला लाभ, दूसरों को भी दिया रोजगार

बिलासपुर की अर्पिता शर्मा ने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना से अपना व्यवसाय शुरू करने के साथ ही दो अन्य लोगों को भी रोजगार प्रदान किया है और लोगों की सेवा में जुटी हुई है. अर्पिता आज अपने क्षेत्र में बेरोजगार युवाओं विशेषकर महिलाओं के लिए प्रेरणा की स्त्रोत बनी हुई है.

author img

By

Published : Aug 6, 2020, 6:06 PM IST

Bilaspur arpita shama started own lab
Bilaspur arpita shama started own lab

बिलासपुरः दिल में कुछ कर गुजरने का इरादा हो तो मंजिल के लिए रास्ते मिल ही जाते हैं. ये बात बिलासपुर की अर्पिता शर्मा पर बिल्कुल स्टीक उतरती है. विस क्षेत्र झंडुता की पंचायत भरोली कलां की रहने वाली अर्पिता शर्मा ने खुद के लिए रोजगार तो सृजित किया ही अब वह दो अन्य लोगों को भी रोजगार दे रही है.

अर्पिता ने मेडिकल लैब में डिप्लोमा किया है और इस क्षेत्र में कार्य कर आगे बढ़ना चाहती थी. उसके पंचायत भरोली कलां के आस-पास छह पंचायतों के लोगों को अपने टैस्ट करवाने के लिए दूर जाना पड़ता था. यह बात अर्पिता को खटखटकती थी. इस पर अर्पिता ने यहीं पर खुद का क्लिनिक लैब बनाकर लोगों की सेवा करने का फैसला लिया, लेकिन इसके लिए पैसे की कमी से वह अपने सपने को पंख नहीं दे पा रही थी.

वीडियो.

इसी दौरान अर्पिता का संपर्क विकास खंड-झंडूता में उद्योग विभाग के प्रसार अधिकारी से हुआ तो उसे मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना की जानकारी मिली. इस योजना से अर्पिता को एक उम्मीद की किरण मिली और फिर उसने उद्योग विभाग के प्रसार अधिकारी से प्रेरणा लेकर खुद की क्लिनिक लैब खोलने की तरफ कदम बढ़ायाा.

अर्पिता ने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन किया और हिमाचल प्रदेश सहकारी बैंक शाखा से लैब मशीनरी के लिए 10 लाख रुपये का लोन लेकर कार्य शुरू कर दिया. उद्योग विभाग और हिमाचल सहकारी बैक के अधिकारियों के सहयोग से नवंबर 2019 में अपनी क्लिनिक लैब स्थापित की और अब वह सफलता से अपनी लैब चला रही है.

अर्पिता शर्मा ने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना से अपना व्यवसाय शुरू करने के साथ ही दो अन्य लोगों को भी रोजगार प्रदान किया है और लोगों की सेवा में जुटी हुई है. अर्पिता आज अपने क्षेत्र में बेरोजगार युवाओं विशेषकर महिलाओं के लिए प्रेरणा की स्त्रोत बनी हुई है.

अर्पिता ने बताया कि लैब में सभी प्रकार के टैस्ट किए जा रहे हैं. अर्पिता का कहना है कि युवा वर्ग को नौकरियों के पीछे भागने के बजाए अपना व्यवसाय स्थापित करने के बारे में भी सोचना चाहिए. इससे वे खुदे के साथ ही दूसरे लोगों को भी रोजगार प्रदान कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें- विदेशी सेब के पौधे बागवानों को कर रहे मालामाल, कम समय में देते हैं फसल

ये भी पढ़ें- हिमाचल के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में हुआ दर्ज

बिलासपुरः दिल में कुछ कर गुजरने का इरादा हो तो मंजिल के लिए रास्ते मिल ही जाते हैं. ये बात बिलासपुर की अर्पिता शर्मा पर बिल्कुल स्टीक उतरती है. विस क्षेत्र झंडुता की पंचायत भरोली कलां की रहने वाली अर्पिता शर्मा ने खुद के लिए रोजगार तो सृजित किया ही अब वह दो अन्य लोगों को भी रोजगार दे रही है.

अर्पिता ने मेडिकल लैब में डिप्लोमा किया है और इस क्षेत्र में कार्य कर आगे बढ़ना चाहती थी. उसके पंचायत भरोली कलां के आस-पास छह पंचायतों के लोगों को अपने टैस्ट करवाने के लिए दूर जाना पड़ता था. यह बात अर्पिता को खटखटकती थी. इस पर अर्पिता ने यहीं पर खुद का क्लिनिक लैब बनाकर लोगों की सेवा करने का फैसला लिया, लेकिन इसके लिए पैसे की कमी से वह अपने सपने को पंख नहीं दे पा रही थी.

वीडियो.

इसी दौरान अर्पिता का संपर्क विकास खंड-झंडूता में उद्योग विभाग के प्रसार अधिकारी से हुआ तो उसे मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना की जानकारी मिली. इस योजना से अर्पिता को एक उम्मीद की किरण मिली और फिर उसने उद्योग विभाग के प्रसार अधिकारी से प्रेरणा लेकर खुद की क्लिनिक लैब खोलने की तरफ कदम बढ़ायाा.

अर्पिता ने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन किया और हिमाचल प्रदेश सहकारी बैंक शाखा से लैब मशीनरी के लिए 10 लाख रुपये का लोन लेकर कार्य शुरू कर दिया. उद्योग विभाग और हिमाचल सहकारी बैक के अधिकारियों के सहयोग से नवंबर 2019 में अपनी क्लिनिक लैब स्थापित की और अब वह सफलता से अपनी लैब चला रही है.

अर्पिता शर्मा ने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना से अपना व्यवसाय शुरू करने के साथ ही दो अन्य लोगों को भी रोजगार प्रदान किया है और लोगों की सेवा में जुटी हुई है. अर्पिता आज अपने क्षेत्र में बेरोजगार युवाओं विशेषकर महिलाओं के लिए प्रेरणा की स्त्रोत बनी हुई है.

अर्पिता ने बताया कि लैब में सभी प्रकार के टैस्ट किए जा रहे हैं. अर्पिता का कहना है कि युवा वर्ग को नौकरियों के पीछे भागने के बजाए अपना व्यवसाय स्थापित करने के बारे में भी सोचना चाहिए. इससे वे खुदे के साथ ही दूसरे लोगों को भी रोजगार प्रदान कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें- विदेशी सेब के पौधे बागवानों को कर रहे मालामाल, कम समय में देते हैं फसल

ये भी पढ़ें- हिमाचल के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में हुआ दर्ज

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.