बिलासपुरः प्रदेश में वनों के दायरे में 648.8 स्क्वायर किलोमीटर बढ़ोतरी दर्ज की गई है. फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की 2019 की असेसमेंट रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है. वहीं,बिलासपुर जिला में 7.4 स्क्वायर किलोमीटर वनों का दायरा बढ़ा है. इसकी जानकारी सोमवार को डीएफओ सरोज भाई पटेल ने दी.
जानकारी के मुताबिक हर दो साल के बाद फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की ओर से जंगलों की स्थिति पर सर्वेक्षण करवाया जाता है. इससे पहले 2017 में सर्वे हुआ था. अब हिमाचल में 27.72 फीसदी एरिया फॉरेस्ट कवर है.
बिलासपुर जिला की बात करें तो यह आंकड़ा 32.62 प्रतिशत है. असेसमेंट रिपोर्ट के तहत चंबा जिला का 33.13 स्क्वायर किलोमीटर, हमीरपुर का 54.21 स्क्वायर किलोमीटर, कांगड़ा का 172.85 स्क्वायर किलोमीटर, किन्नौर का 83.36 स्क्वायर किलोमीटर, मंडी में 31.98, शिमला का 50.78, सिरमौर का 60.85, सोलन का 73.67 स्क्वायर किलोमीटर, ऊना का 84.68 स्क्वायर किलोमीटर वनों के दायरे में वृद्धि दर्ज की गई है.
जायका के तहत बिलासपुर में होगा पौधारोपण
बिलासपुर जिला के चार रेंज सदर, झंडूता, घुमारवीं व स्वारघाट में जायका प्रोजेक्ट के तहत पौधारोपण किया जाएगा. पहले चरण में घुमारवीं में सरकारी जमीन पर पौधारोपण करने का लक्ष्य तय किया गया है.
इसके तहत आंबला, बेहड़ा, हरड़ इत्यादि औषधीय पौधे लगाए जाएंगे. इस बाबत गांव स्तर पर कमेटियां बनाई गई हैं. बिलासपुर के वन मंडल अधिकारी सरोज भाई पटेल ने बताया कि सरकारी जमीन पर लोगों के सहयोग से प्लांटेशन होगी.
2018 से शुरू हुआ जायका प्रोजेक्ट 2027-28 तक चलेगा. इस अवधि में लैंटाना घास को हटाया जाएगा. नालों का सुधार व चैनेलाइजेशन करने के साथ ही चेकडेम का निर्माण किया जाएगा. इसके अलावान ई- नर्सरियां भी बनाई जाएंगी.
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