नई दिल्ली: प्याज ही नहीं रुलाता टमाटर भी लोगों के आंखों में आंसू ला रहा है. बरसात के मौसम में सामान्यत: सब्जियों के दाम में गिरावट आती है, लेकिन इस बार टमाटर समेत कई हरी सब्जियों की कीमतों में उछाल देखा जा रहा है. इसमें सबसे आगे है टमाटर का भाव. मई माह में जो टमाटर थोक बाजार में 3-5 रुपये किलो और खुदरा बाजार में 10-20 रुपये कीमत पर मिल रहा था, वही, टमाटर अब जून माह में 100 रुपये की कीमत को पार कर गया है. पिछले हफ्ते में टमाटर की कीमतें तीन गुना तक बढ़ी हैं. इस बढ़ती कीमत के पीछे क्या कारण है, किस राज्य में टमाटर कितनी कीमत पर मिल रहा है. आइए जानते हैं.
इन कारणों से बढ़े टमाटर के भाव
कई राज्यों में भीषण गर्मी के चलते टमाटर के उत्पादन में गिरावट देखी गई तो वहीं, बेमौसम बारिश के चलते टमाटर और लाल हो गया है. यानी उसकी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. इन सब के अलावा बिपरजॉय तूफान का असर भी टमाटर की लालिमा पर पड़ा है. गुजरात और महाराष्ट्र टमाटर का उत्पादन करने वाले शीर्ष राज्यों में शामिल हैं. जो बिपरजॉय तूफान से काफी प्रभावित हुए. इसके चलते टमाटर के उत्पादन पर असर पड़ा. साथ ही पिछले साल टमाटर की कम कीमत के कारण इस बार किसानों में टमाटर की बुआई कम की. यानी कम उत्पादकता के चलते भी टमाटर की कीमतें आसमान पर हैं. कई राज्यों में यह शतक का आकड़ा छू रही है.
कहां टमाटर की कितनी कीमत है?
स्थान (राज्य) | टमाटर की कीमत (प्रति किलो) |
नोएडा | 120 रुपये |
झारखंड | 50-55 रुपये |
गुजरात | 90-100 |
महाराष्ट्र | 100 रुपये |
बंगाल | 100रुपये |
आंध्र प्रदेश | 100 रुपये |
चंडीगढ़ | 80-90 रुपये |
हरियाणा | 70-80 रुपये |
लखनऊ | 100-120 रुपये |
असम | 80- 100 रुपये |
बेंगलुरू | 100 रुपये |
चेन्नई (कोयंबटूर मार्केट) | 110 रुपये |
बिहार | 70- 80 रुपये |
केरल | 60- 90 रुपये |
तेलंगाना | 80- 100 रुपये |
ओडिशा | 120 रुपये |
मिर्च और अदरक के भाव भी आसमान पर
इस बरसात के सीजन में न सिर्फ टमाटर बल्कि कई अन्य सब्जियां भी महंगी हो रही हैं. जिसमें हरी मिर्च से लेकर अदरक तक शामिल हैं. ये सब ऐसी सब्जियां हैं जो सामान्यत: हर डिश में इस्तेमाल होती हैं, लेकिन इस बार प्याज के अलावा इन सब सब्जियों की कीमतें भी लोगों को रुला रही है. हरी मिर्च 100 रुपये प्रति किलो है तो अदरक 200-250 रुपये किलो की कीमत पर बिक रहा है. दिल्ली की आजादपुर मंडी में बीन्स लगभग 120 किलो रुपये, गाजर 100 रुपये किलो और शिमला मिर्च 80 रुपये प्रति किलो के भाव पर मार्केट में बिक रही है.
कीमतों में और उछाल की संभावना
व्यापारियों का कहना है कि अगर मार्केट में टमाटर की नई फसल आती है तो राहत मिल सकती है, लेकिन यह बारिश पर निर्भर करता है. टमाटर उत्पादक राज्यों में अग्रणी मध्य प्रदेश समेत कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में बारिश ज्यादा रही तो फसलों पर असर पड़ सकता और कीमतें ऊंची रह सकती हैं. खबरों के मुताबिक, पिछले साल टमाटर की बुआई कम हुई थी, क्योंकि ज्यादातर किसानों ने बीन्स की बुआई शुरू कर दी थी. टमाटर की तुलना में बीन्स का भाव ज्यादा होने से किसानों की अच्छी कमाई हुई है.