शिमलाः हिमाचल प्रदेश में लगातार कोरोना वायरस के मामले सामने आ रहे हैं. प्रदेश में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा हैं. अब तक प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 164 हो गई है. बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को एहतियात के तौर पर 14 दिनों तक इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन सेंटरों में रखा जा रहा है.
वहीं, सरकार भी कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रही है. मास्क ना पहनने पर चलान काटा जा रहा है और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर भी सरकार के द्वारा कड़े निर्देश दिए जा रहे है, लेकिन क्या हो जब सरकार के इन निर्देशों की धज्जियां सरकार के मंत्रियों और पुलिस कर्मियों के सामने ही उड़ाई जा रही हो. ऐसा ही एक वाक्य शुक्रवार को शिमला में उस समय देखने को मिला जब शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज गुरुद्वारा साहिब के प्रवेश द्वार पर कोरोना योद्धाओं को सम्मानित कर रहे थे.
गुरुद्वारा साहिब के इस आयोजन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गई. ना तो गुरु सिंह सभा के सदस्यों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया और ना ही पुलिसकर्मी यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवा पाए.
इस दौरान भीड़ इस तरह से एकत्र हो गई कि मानो एक पल के लिए कोरोना हिमाचल से भाग गया हो. शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज के सामने ही भीड़ एकत्र होती रही, लेकिन वह भी मूक दर्शक बन देखते रहे. वहीं, कुछ एक पुलिसकर्मी कड़कती धूप से बचने के लिए रिपन की पार्किंग के नीचे छांव में खड़े रहे और उनके सामने ही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती रही.
इस आयोजन में 140 लोगों को सम्मानित किया गया. जो लगभग आधे घंटे से ज्यादा का था. इस दौरान किसी भी तरह की सोशल डिस्टेंसिंग का पालन यहां नहीं किया गया. मंत्री के आने से पहले तो व्यवस्था दुरुस्त रखी गई थी और समानित किए जाने वाले कर्मचारियों को भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाते हुए ही लाइन में खड़ा किया गया था, लेकिन जैसे ही शिक्षा मंत्री ने कर्मचारियों को समानित करना शुरू किया तो सारी व्यवस्था बिगड़ती हुई नजर आई. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का तो पालन तो दूर - दूर तक नजर नहीं आया.