नई दिल्लीः 2023 में भारत अपना 74वां गणतंत्र दिवस समारोह मना रहा है. 26 जनवरी को इस अवसर पर राष्ट्रपति भवन के निकट कर्तव्य पथ (राजपथ) पर आयोजित होने वाला वार्षिक परेड आकर्षण का मुख्य केंद्र होगा. 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था. इसी अवसर पर हर साल गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन किया जाता है. इस अवसर पर होने वाले समारोह के दौरान राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कार दिया जाता है. इनमें नागरिक सम्मान, सैन्य सम्मान, पुलिस बलों के लिए सम्मान और बाल पुरस्कार शामिल हैं.
नागरिक सम्मान में सबसे ऊपर भारत रत्न का स्थान आता है. उसके बाद पद्म अवार्ड का स्थान आता है. भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. यह सम्मान देश की सेवा के लिए दिया जाता है. इन सेवाओं में कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल शामिल है. पहली बार दो जनवरी 1954 को इस अवार्ड की घोषणा की गई थी. हालांकि, इस सम्मान को नाम के साथ पदवी के रूप में प्रयुक्त नहीं किया जा सकता है. शुरुआत में इस सम्मान को मरणोपरांत देने का प्रावधान नहीं था, यह प्रावधान 1966 में जोड़ा गया. हर साल इस पुरस्कार की घोषणा नहीं की जाती है.
भारत रत्न के बाद पद्म पुरस्कार देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है. ये पुरस्कार तीन श्रेणियों में शामिल हैं. पद्म विभूषण, उसके बाद पद्म भूषण और पद्म श्री. पुरस्कार विजेताओं की घोषणा गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है और मार्च या अप्रैल के आसपास भारत के राष्ट्रपति द्वारा उन्हें सम्मानित किया जाता है. पद्म पुरस्कारों के लिए प्रत्येक वर्ष प्रधान मंत्री द्वारा गठित विशेष समिति के सामने सभी नामांकन प्रस्तुत किये जाते हैं. समिति की ओर से पुरस्कारों के लिए नामों का चयन किया जाता है. समिति की अध्यक्षता कैबिनेट सचिव करते हैं. पद्म पुरस्कार समिति में गृह सचिव, राष्ट्रपति के सचिव और चार से छह प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल होते हैं. समिति की सिफारिशों पर अंतिम फैसला प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के स्तर पर किया जाता है. इस पुरस्कार की घोषणा हर साल की जाती है.
राष्ट्रपति पुलिस पदक - राष्ट्रपति पुलिस पदक पुरस्कार मुख्य रूप से पुलिस और अग्निशमन सेवा में विशेष कार्य के लिए दिये जाते हैं. यह पुरस्कार पुलिस और अग्निशमन सेवा में काम करने वालों को जीवित और मरोणोपरांत दिये जाते हैं. मरोणोपरांत पुरस्कार का लाभ उनके आश्रितों को दिया जाता है. 1 मार्च 1951 को राष्ट्रपति पुलिस पदक पुरस्कार स्थापित किया गया था. रैंक या सेवा की अवधि बाध्यता नहीं है, पदक किसी भी पुलिस अधिकारी को दिये जा सकते हैं. अधिकारियों को राष्ट्रपति की ओर से मेधावी सेवा, विशिष्ट सेवा और बहादुरी के लिए तीन पुलिस पदक से सम्मानित किया जाता है. पदक प्राप्त करने वालों को मासिक वजीफा दिया जाता है. यह सेवानिवृत्ति के बाद भी उन्हें भुगतान किया जाता है और उनके निधन के बाद प्राप्तकर्ता के जीवित पति या पत्नी को भुगतान का प्रावधान है.
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार - यह पुरस्कार 18 वर्ष से कम आयु के भारतीय नागरिकों को प्रदान किये जाते हैं, जिन्होंने असाधारण रचनात्मकता, शैक्षणिक उत्कृष्टता, समाज सेवा, कला, मानविकी, बहादुरी या खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान या उपलब्धियां हैं. 11 बच्चों को इस साल प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया जायेगा. इनमें 6 लड़के और 5 लड़कियां शामिल हैं. कला-संस्कृति, बहादुरी, नवाचार, शैक्षिक, सामाजिक सेवा और खेल के क्षेत्र में उनके विशेष कार्य के लिए ये पुरस्कार दिये जायेंगे.
जीवन रक्षा पदक - 1961 में स्थापित जीवन रक्षा पदक, यह विशेष पुरस्कार किसी व्यक्ति को किसी की जान बचाने के लिए दिया जाता है. यह तीन श्रेणियों में आता है. सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक, उत्तम जीवन रक्षा पदक और जीवन रक्षा पदक. यह पुरस्कार उन नागरिकों को दिया जाते हैं जो आग, डूबने या अन्य त्रासदियों से लोगों की जान बचाते हैं. वहीं सुधारात्मक सेवा पदक भारत के राष्ट्रपति राष्ट्र की सुधारात्मक सुविधाओं में उनके काम की मान्यता में विशिष्ट सेवा, मेधावी सेवा और वीरता पदक सहित तीन श्रेणियों में जेल कर्मचारियों को सम्मानित करते हैं.
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