नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) शुक्रवार को गुजरात के सूरत में विश्व पाटीदार समाज की संस्था 'सरदारधाम' द्वारा आयोजित तीन दिवसीय वैश्विक पाटीदार व्यापार सम्मेलन (जीपीबीएस) (Global Patidar Business Conference) का वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन किया. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को जब आज़ादी मिली थी तब सरदार साहब ने जो कहा था कि भारत में संपदा की कोई कमी नहीं है. हमें बस अपने दिमाग और संसाधनों को इनके सदुपयोग के लिए लगाना होगा. आने वाले 25 सालों के लिए जब हम एक संकल्प के साथ निकले हैं तो हमें सरदार साहब की इस बात को भूलना नहीं चाहिए. बीते 8 सालों में देश में व्यापार, उद्यम,क्रिएटिविटी एक नया विश्वास जागाने का प्रयास किया जा रहा है. अपनी नीतियों, एक्शन के माध्यम से सरकार का ये निरंतर प्रयास है कि देश में ऐसा माहौल बने कि सामान्य से सामान्य परिवार का युवा भी उद्यमी बने और उसके लिए के सपने देखे.
मुद्रा योजना आज देश के उन लोगों को भी अपना बिजनेस करने का हौसला दे रही है, जो कभी इसके बारे में सोचते भी नहीं थे. स्टार्ट अप इंडिया से वो इनोवेशन और टैलेंट भी आज यूनिकॉर्न के सपने साकार होते देख रहा है, जिसको कभी रास्ता नहीं दिखता था. कोरोना काल की अभूतपूर्व चुनौतियों के बावजूद देश में MSME सेक्टर आज तेजी से विकास कर रहा है. लाखों करोड़ रुपये की मदद देकर MSME से जुड़े करोड़ो रोजगार बचाए गए और आज ये सेक्टर नए रोजगार का तेजी से निर्माण कर रहा है. रेहड़ी-पटरी पर छोटा सा व्यापार करने वाला देशवासी आज भारत की ग्रोथ स्टोरी से अपने आप को जुड़ा महसूस करता है. पहली बार रेहड़ी-पटरी वालों को भी पीएम स्वनिधि योजना से फॉर्मल बैंकिंग सिस्टम में भागीदारी मिली है. हाल ही में हमारी सरकार ने इस योजना को दिसंबर 2024 के लिए बढ़ा दिया है
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पीएमओ के मुताबिक इस जीपीबीएस-2022 का मुख्य विषय 'आत्मनिर्भर समुदाय से आत्मनिर्भर गुजरात और भारत' रखा गया है. बयान के अनुसार तीन दिवसीय (29 अप्रैल से एक मई) इस सम्मेलन का लक्ष्य पाटीदार समाज के छोटे, मझोले और बड़े उद्यमियों को का साथ लाना, उन्हें आगे बढ़ाना और नए उद्यमियों को सहयोग देने के साथ ही शिक्षित युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार देना है. इसमें कहा गया कि लौह पुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित 'सरदारधाम' शैक्षिक और सामाजिक परिवर्तन, समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान और युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने की दिशा में काम कर रहा है. पीएमओ के मुताबिक 'मिशन 2026' के तहत सरदारधाम यह आयोजन कर रहा है. इसके पीछे उसका उद्देश्य पाटीदार समाज का आर्थिक विकास है. प्रत्येक दो वर्ष में इस सम्मेलन का उद्घाटन होता है. पहले दो सम्मेलन क्रमश: 2018 और 2020 में गांधीनगर में हुए थे.