शिमला: 18 जुलाई को शिमला के मिडल बाजार में एक रेस्टोरेंट में हुए ब्लास्ट मामले में अब अब सच सामने आएगा. रविवार सुबह पहुंची एनएसजी टीम ने एसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में 10 से शाम 5 बजे तक जांच की. इस दौरान उन्होंने सभी सबूतों को खंगाला और फोटोग्राफी भी की. एनएसजी ने मॉल रॉड पर बने एक शोरूम को भी खुलवा कर देखा, जहां दुकान का फर्श पूरी तरह टूट कर डेढ़ा हो गया है. एनएसजी ने सभी सबूतों को अच्छी तरह जांच की. शाम 5 बजे के एनएसजी ने अपना जांच अभियान खत्म किया, जिसके बाद बंद मार्ग को आम जनता के लिए खोल दिया गया.
NSG टीम पहुंची शिमला: गौरतबल है कि राजधानी शिमला के मिडल बाजार में हिमाचली रसोई रेस्टोरेंट में हुए धमाके की जांच के लिए एनएसजी की टीम रविवार सुबह शिमला पहुंची. टीम ने मौके पर जाकर साक्ष्य जुटाए. धमाके की जद में आए क्षेत्र को सील किया गया. एनएसजी की करीब 20 कमांडो मॉल रोड पर तैनात थे. जबकि एक अन्य टीम उस बिल्डिंग में गई, जिसमें यह धमाका हुआ था. वहां पर जाकर कुछ साक्ष्यों को पैकेट में सील कर टीम जांच के लिए अपने साथ ले गई.
एसआईटी भी कर रही जांच: शिमला पुलिस की विशेष जांच टीम भी इस मामले की जांच कर रही हैं. शिमला पुलिस की एसआईटी की प्रारंभिक जांच में गैस रिसाव ब्लास्ट का कारण बताया गया था. पुलिस ने कहा था कि फॉरेंसिक जांच की अंतिम रिपोर्ट आने पर ही पता चलेगा कि धमाके की असली वजह क्या थी ?
18 जुलाई को हुई थी घटना: यह धमाका 18 जुलाई को की शाम 7 बजकर 12 मिनट पर हुआ था. इस घटना में 1 की मौत हुई थी. जबकि 13 लोग घायल हुए थे. मिडल बाजार में हुए गैस रिसाव अब चर्चा का विषय बना हुआ है. बताया जा रहा है कि जो रेस्टोरेंट के अंदर दो सिलैंडर रखे गए थे, वह सुरक्षित निकले है. जबकि धमाका इतना हुआ कि आसपास की 7 से 8 दुकानों को क्षति पहुंची है. सुत्रों के मुताबिक जब हेल्पर ने रेस्टोरेंट का शटर खोला तो, उसके एक मिनट बाद धमाका हुआ. हादसे में दो हेल्पर घायल हुए हैं. पहले यह माना जा रहा था कि सिलेंडर फटा है, लेकिन फिर बाद में कहा जाने लगा कि कम्प्रेशर ब्लास्ट हुआ है, लेकिन जब एफएसल टीम आयी तो उन्होंने बताया कि गैस लीक होने की वजह से ब्लास्ट हुआ है.
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