शिमला: हिमाचल पुलिस पेपर लीक मामले (HP POLICE PAPER LEAK CASE) में हिमाचल सरकार की तरफ से सीबीआई जांच की सिफारिश की गई है. शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम जयराम ठाकुर ने ये जानकारी दी. सीएम ने बताया कि इस मामले के तार अन्य राज्यों तक भी फैले हैं और एसआईटी ने इस केस में बेहतरीन काम करते हुए अन्य राज्यों से भी 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. सीएम ने कहा कि जब तक सीबीआई मामले की जांच शुरू नहीं करती तब तक एसआईटी ही मामले की जांच करेगी. सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि पेपर लीक मामले में राज्य सरकार ने सीबीआई जांच करवाने का फैसला लिया है. मंगलवार को शिमला में मीडिया से बातचीत में सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि SIT ने बेहतर काम किया है, लेकिन इस धांधली के तार अन्य राज्यों से भी जुड़े हैं. ऐसे में किसी भी तरह के सवाल न उठें, इसके लिए राज्य सरकार ने सीबीआई जांच का फैसला लिया है.
सीएम जयराम ठाकुर ने बताया कि इस मामले में अब तक कुल 73 लोगों की गिरफ्तार हुई है. इनमें से एक किंग पिन बनारस से शिव बहादुर है, जिसे SIT ने UP पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा बिहार से अमन को पकड़ा गया है. इस तरह अन्य राज्यों के कुल दस लोग गिरफ्त में हैं. SIT ने अब तक 8 लाख 49 हजार कैश, 15 मोबाइल फोन, लैपटॉप और एक स्विफ्ट डिजायर गाड़ी भी पकड़ी है. सीएम ने कहा कि भाजपा सरकार ऐसे मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलती है. इसलिये राज्य सरकार की मंशा बिल्कुल साफ है. जैसे ही पेपर लीक का पता चला रात को ही FIR दर्ज की गई और दूसरे दिन सुबह 9 बजे SIT का गठन कर दिया गया.
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सीएम जयराम ठाकुर पर आरोप लगाया था कि सीएम इस मामले को दबाने की कोशिश करते रहे, मुख्यमंत्री की कोशिश रही कि इसमें मामला दर्ज ना हो और जल्द से जल्द रिजल्ट निकाल (HP POLICE PAPER LEAK CASE) दिया जाए, लेकिन मुख्यमंत्री के ना चाहने के बावजूद अधिकारियों ने एफआईआर दर्ज कर दी. इस पूरे मामले को संगठित अपराध की तरह अंजाम दिया गया, एक गिरोह की तरह काम किया गया, जिसमें पुलिस हेडक्वार्टर भी शामिल है.
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि ये पहली बार नहीं है जब कोई परीक्षा लीक हुई हो, इस सरकार के शासन काल में शायद ही कोई पेपर हो जो लीक ना हुआ हो. पुलिस भर्ती पेपर लीक में पेपर खरीदने वालों का तो पता चल रहा है, लेकिन पेपर बेचा किसने, पेपर लीक (Mukesh Agnihotri on cm jairam thakur) किसने किया. इसे लेकर अब तक एक भी नाम सामने नहीं आया है. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इस मामले को हिमाचल में मीडिया से लेकर पुलिस प्रशासन तक पर रोक लगा दी गई है. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इस पेपर लीक के लिए सीधे-सीधे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जिम्मेदार हैं और अगर मुख्यमंत्री की इस मामले में कोई भागीदारी नहीं है तो इस मामले की न्यायिक जांच हो या फिर इसकी सीबीआई जांच हाईकोर्ट की निगरानी होनी चाहिए.
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