नई दिल्ली : वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने अवमानना मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में एक रुपया जुर्माना जमा किया. प्रशांत भूषण को अपने दो ट्वीट्स में से एक पर अदालत की अवमानना का दोषी ठहराया गया था और एक रुपए का जुर्माना लगाया गया था.
हालांकि, भूषण ने कहा कि वह कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करेंगे. उन्होंने कहा कि जुर्माना जमा करने का यह मतलब नहीं है कि वह अदालत के फैसले को स्वीकार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह अदालत के फैसले के खिलाफ एक समीक्षा याचिका दायर करने जा रहे हैं.
प्रशांत भूषण ने एक फंड ( truth fund ) बनाने के लिए अभियान शुरू किया है. इस फंड के पैसे का इस्तेमाल उन लोगों की मदद के लिए किया जाएगा, जिन्हें सरकार की आलोचना के लिए परेशान किया जा रहा है.
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29 जून को पोस्ट किए गए ट्वीट्स में से एक भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) शरद अरविंद बोबड़े की बाइक पर तस्वीर से संबंधित था. उनके दूसरे ट्वीट में भूषण ने देश में मामलों की स्थिति के बीच अंतिम चार सीजेआई की भूमिका पर अपनी राय व्यक्त की.
इस बीच सुप्रीम कोर्ट भूषण के खिलाफ 2009 में एक मैगजीन को दिए उनके इंटरव्यू के एक अन्य अवमानना मामले की भी सुनवाई कर रहा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत के 16 पूर्व मुख्य न्यायाधीशों (CJI) में से आधे भ्रष्ट थे.