यमुनानगर: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जहां संयुक्त किसान मोर्चा के आंदोलन को तीन महीने से ज्यादा का समय हो चुका है. तो वहीं किसान मोर्चा ने 'मंडी बचाओ देश बचाओ' का नारा देते हुए शुक्रवार को जगाधरी अनाज मंडी में जोरदार प्रदर्शन किया और पैदल मार्च निकालते हुए जिला सचिवालय पहुंचे.
उनका कहना था कि एक तरफ तो सरकार जबरदस्ती किसानों पर तीन काले कानूनों को थोपना चाहती है. तो वहीं दूसरी तरफ सरकार ने ,'मेरी फसल मेरा ब्यौरा' पोर्टल की शुरुआत कर किसानों को परेशान करने का काम किया है.
उन्होंने कहा कि जब सरकार किसानों को अपनी फसल कहीं भी बेचने के लिए आजाद कर रही है. तो मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल के तहत किसानों पर बंधन क्यों लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पंजीकरण करवाकर सरकार उनकी फसल का औसत और आढ़ती तक का ब्यौरा ले रही है. किसान बिना पंजीकरण करवाएं मंडी में अपनी फसल नहीं ला सकता, तो वह आजाद कैसे हुआ.
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वहीं किसान नेता संजू ने बताया कि आरटीआई के माध्यम से ये भी खुलासा हुआ है कि पंजीकरण विधि गैरकानूनी है. साथ ही उन्होंने बिजली बोर्ड के कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वे उनके ट्यूबेल पर किसी तरह की कोई कार्रवाई करने पहुंचते हैं. तो उन्हें बंधक बना लिया जाएगा. इसके चलते उन्होंने जिला उपायुक्त को सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा.
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उन्होंने कहा कि धान की फसल के वक्त कई किसानों का पंजीकरण ना होने की वजह से उन्हें अपनी फसल ओने-पौने दामों पर बेचने को मजबूर होना पड़ा. वहीं दूसरी तरफ फसल की नमी की मात्रा सरकार 14 से घटाकर 12 कर रही है. उन्होंने सरकार से मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल बंद करने की मांग उठाई.