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यमुनानगर: बारिश में भीगा खुले में रखा गेहूं, लापरवाही छुपाने के लिए तिरपाल से ढकी बोरियां

यमुनानगर में बारिश किसानों पर आफत बनकर बरसी. अनाज मंडी में खुले में पड़ा गेहूं बारिश की वजह से भीग गया. अब मंडी कर्मचारी अपनी लापरवाही छुपाने के लिए भीगी गेहूं की बोरियों पर तिरपाल डाल रहे हैं.

wheat soaked in anaj mandi of yamunanagar due to rain
बारिश में भीगा खुले में रखा गेहूं
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Published : May 10, 2020, 7:34 PM IST

यमुनानगर:आज हरियाणा के कई हिस्सों में मौसम ने करवट ली. सुबह होते ही आसमान में काले बादल छा गए, साथ ही तेज हवाओं के साथ कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई. अचानक बदले मौसम से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है. वहीं दूसरी तरफ ये बेमौसम हुई बारिश किसानों के लिए आफत बनकर बरसी है.

अगर बात यमुनानगर की करें तो यहां भी मेघ जमकर बरसे. जिससे अनाज मंडियों में खुले में पड़ा गेहूं भीग गया. वैसे तो मंडियों में ज्यादातर गेहूं की बोरियां टीन शेड में रखी गई थी, लेकिन कुछ बोरियां बाहर खुले में भी पड़ी थी, जो बारिश आने पर भीग गई. बाद में अपनी लापरवाही छुपाने के लिए मंडी के कर्मचारियों ने भीगे गेहूं की बोरियों पर ही तिरपाल डाल दिया.

बारिश में भीगा खुले में रखा गेहूं

ये भी पढ़िए: भूजल संरक्षण के नाम पर किसान का निवाला छीन रही सरकार- कांग्रेस

वहीं ट्रक लेकर आए लोगों ने बताया कि एक तो लेबर की वैसे ही बहुत कमी है. जिसकी वजह से इस बार पहले ही किसान नुकासन में है और उसके बाद जो गेहूं वो मंडी लेकर भी आ रहा है. उसका रखरखाव भी ढंग से नहीं किया जा रहा है. उसने बताया कि वो पिछले 3 तीन से ट्रक में गेहूं लेकर आ रहा है, लेकिन जगह नहीं होने की वजह से उसका अनाज ट्रक में ही पड़ा है.

यमुनानगर:आज हरियाणा के कई हिस्सों में मौसम ने करवट ली. सुबह होते ही आसमान में काले बादल छा गए, साथ ही तेज हवाओं के साथ कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई. अचानक बदले मौसम से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है. वहीं दूसरी तरफ ये बेमौसम हुई बारिश किसानों के लिए आफत बनकर बरसी है.

अगर बात यमुनानगर की करें तो यहां भी मेघ जमकर बरसे. जिससे अनाज मंडियों में खुले में पड़ा गेहूं भीग गया. वैसे तो मंडियों में ज्यादातर गेहूं की बोरियां टीन शेड में रखी गई थी, लेकिन कुछ बोरियां बाहर खुले में भी पड़ी थी, जो बारिश आने पर भीग गई. बाद में अपनी लापरवाही छुपाने के लिए मंडी के कर्मचारियों ने भीगे गेहूं की बोरियों पर ही तिरपाल डाल दिया.

बारिश में भीगा खुले में रखा गेहूं

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वहीं ट्रक लेकर आए लोगों ने बताया कि एक तो लेबर की वैसे ही बहुत कमी है. जिसकी वजह से इस बार पहले ही किसान नुकासन में है और उसके बाद जो गेहूं वो मंडी लेकर भी आ रहा है. उसका रखरखाव भी ढंग से नहीं किया जा रहा है. उसने बताया कि वो पिछले 3 तीन से ट्रक में गेहूं लेकर आ रहा है, लेकिन जगह नहीं होने की वजह से उसका अनाज ट्रक में ही पड़ा है.

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