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Government job fraud in Yamunanagar: ट्रक ड्राइवर ने सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर हड़पे 15 लाख, 2 आरोपी गिरफ्तार - Yamunanagar latest news

यमुनानगर में एक ट्रक ड्राइवर लोगों को सरकारी नौकरी दिला रहा था. नौकरी के झांसे में लेकर उसने कई लोगों से करीब 15 लाख रुपये ऐंठ लिये. जब किसी को नौकरी नहीं मिली तो एक पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस में की. शुक्रवार को इस मामले में दो आरोपियों को आर्थिक अपराध शाखा यमुनानगर ने गिरफ्तार कर लिया.

Public works department yamunanagar
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Published : May 27, 2022, 8:14 PM IST

यमुनानगर: आर्थिक अपराध शाखा यमुनानगर (Economic crime cell Yamunanagar) की टीम ने पीडब्ल्यूडी में नौकरी लगवाने के नाम पर 15 लाख रुपए ठगने के आरोप में तेलीपुरा निवासी गुरमेल उर्फ गुरनाम, अंबाला के गांव गगनपुर निवासी रामकुमार को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. सेल इंचार्ज निरीक्षक सोमवती ने बताया कि दोनों आरोपियों ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर 45 युवाओं को पीडब्ल्यूडी में रोजगार देने का झांसा दिया था. इन 45 लोगों से करीब 15 लाख रुपए उसने ऐंठ लिये थे.

सेल इंचार्ज के मुताबिक जगाधरी शहर पुलिस को विजय नगर कॉलोनी निवासी अमर सिंह ने शिकायत दी थी कि उसके मामा रामकुमार ने उससे कहा था कि गुरमेल ने उसकी पीडब्ल्यूडी में नौकरी लगवाई है और उसे भी लगवा देगा. तब उन्होंने 1 लाख 80 हजार रुपए में नौकरी लगवाने की बात कही. 50 हजार रुपए एडवांस में उसने मांगे. 11 जनवरी 2021 को उसने उन्हें 35 हजार रुपए एडवांस दे दिए थे और 15 हजार बाद में देने की बात कही. गुरमेल ने उसे कहा था कि उसका बेटा सौरभ पीडब्ल्यूडी विभाग में है. उसी के माध्यम से उसकी बात चल रही है.

पीड़ित के मुताबिक आरोपी ने तब उसे बताया था कि उसकी 44 हजार रुपए सैलरी होगी. बाद में उसने 15 हजार रुपए और दे दिए थे. बाद में आरोपी कहने लगे कि विभाग में क्लर्क की पोस्ट है. उस पर वेतन 50 हजार होगा. अगर उस पर लगना है तो एडवांस में 1 लाख 20 हजार देने होंगे. इस पर उसने 69 हजार रुपए और दे दिए. वह 1 लाख 19 हजार रुपये उन्हें दे चुका था. आरोपियों के इसी झांसे में आकर अमर सिंह ने अपने साले विपिन को नौकरी लगवाने के लिए 60 हजार एडवांस और मौसी के बेटे साहिल को नौकरी पर लगवाने के नाम पर 50 हजार एडवांस दिए थे. उसकी पत्नी को भी नौकरी लगवाने की बात हुई और उसके बाद 45 हजार एडवांस दे दिया. वह अपनी पत्नी व साले को नौकरी लगवाने के नाम पर 1 लाख 90 हजार ुपए दे चुका था. लेकिन नौकरी नहीं लगी.

जब उसने अपने मामा से उसकी नौकरी के बारे में पूछा तो उसने भी कुछ नहीं बताया. उन्हें बाद में पता चला कि गुरमेल ने कई लोगों को नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगा हुआ है. पीड़ित ने उससे अपने पैसे मांगे, लेकिन पैसे नहीं दिए. 10 जुलाई को इसको लेकर सरस्वती नगर में पंचायत हुई. वहां पर उसने लिखित में दिया कि वह पेमेंट वापस कर देगा. आरोपी ने अपनी बुआ के बेटे को पीडब्ल्यूडी में जीएम बताया था. बाद में उन्हें पता चला कि वह एक फाइनेंस कंपनी में नौकरी करता है. उन्हें पता चला कि आरोपी ने मुस्तफाबाद निवासी मनीष और ककडौनी निवासी सोहनलाल को भी नौकरी लगवाने का झांसा देकर पैसे ठगे हुए हैं. इस शिकायत पर पुलिस ने 28 अक्टूबर 2021 को धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था. गुरमेल ट्रक ड्राइवर है. वहीं रामकुमार मजदूरी करता है. इकोनॉमिक सेल की टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर एक दिन के रिमांड पर लिया है।

यमुनानगर: आर्थिक अपराध शाखा यमुनानगर (Economic crime cell Yamunanagar) की टीम ने पीडब्ल्यूडी में नौकरी लगवाने के नाम पर 15 लाख रुपए ठगने के आरोप में तेलीपुरा निवासी गुरमेल उर्फ गुरनाम, अंबाला के गांव गगनपुर निवासी रामकुमार को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. सेल इंचार्ज निरीक्षक सोमवती ने बताया कि दोनों आरोपियों ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर 45 युवाओं को पीडब्ल्यूडी में रोजगार देने का झांसा दिया था. इन 45 लोगों से करीब 15 लाख रुपए उसने ऐंठ लिये थे.

सेल इंचार्ज के मुताबिक जगाधरी शहर पुलिस को विजय नगर कॉलोनी निवासी अमर सिंह ने शिकायत दी थी कि उसके मामा रामकुमार ने उससे कहा था कि गुरमेल ने उसकी पीडब्ल्यूडी में नौकरी लगवाई है और उसे भी लगवा देगा. तब उन्होंने 1 लाख 80 हजार रुपए में नौकरी लगवाने की बात कही. 50 हजार रुपए एडवांस में उसने मांगे. 11 जनवरी 2021 को उसने उन्हें 35 हजार रुपए एडवांस दे दिए थे और 15 हजार बाद में देने की बात कही. गुरमेल ने उसे कहा था कि उसका बेटा सौरभ पीडब्ल्यूडी विभाग में है. उसी के माध्यम से उसकी बात चल रही है.

पीड़ित के मुताबिक आरोपी ने तब उसे बताया था कि उसकी 44 हजार रुपए सैलरी होगी. बाद में उसने 15 हजार रुपए और दे दिए थे. बाद में आरोपी कहने लगे कि विभाग में क्लर्क की पोस्ट है. उस पर वेतन 50 हजार होगा. अगर उस पर लगना है तो एडवांस में 1 लाख 20 हजार देने होंगे. इस पर उसने 69 हजार रुपए और दे दिए. वह 1 लाख 19 हजार रुपये उन्हें दे चुका था. आरोपियों के इसी झांसे में आकर अमर सिंह ने अपने साले विपिन को नौकरी लगवाने के लिए 60 हजार एडवांस और मौसी के बेटे साहिल को नौकरी पर लगवाने के नाम पर 50 हजार एडवांस दिए थे. उसकी पत्नी को भी नौकरी लगवाने की बात हुई और उसके बाद 45 हजार एडवांस दे दिया. वह अपनी पत्नी व साले को नौकरी लगवाने के नाम पर 1 लाख 90 हजार ुपए दे चुका था. लेकिन नौकरी नहीं लगी.

जब उसने अपने मामा से उसकी नौकरी के बारे में पूछा तो उसने भी कुछ नहीं बताया. उन्हें बाद में पता चला कि गुरमेल ने कई लोगों को नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगा हुआ है. पीड़ित ने उससे अपने पैसे मांगे, लेकिन पैसे नहीं दिए. 10 जुलाई को इसको लेकर सरस्वती नगर में पंचायत हुई. वहां पर उसने लिखित में दिया कि वह पेमेंट वापस कर देगा. आरोपी ने अपनी बुआ के बेटे को पीडब्ल्यूडी में जीएम बताया था. बाद में उन्हें पता चला कि वह एक फाइनेंस कंपनी में नौकरी करता है. उन्हें पता चला कि आरोपी ने मुस्तफाबाद निवासी मनीष और ककडौनी निवासी सोहनलाल को भी नौकरी लगवाने का झांसा देकर पैसे ठगे हुए हैं. इस शिकायत पर पुलिस ने 28 अक्टूबर 2021 को धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था. गुरमेल ट्रक ड्राइवर है. वहीं रामकुमार मजदूरी करता है. इकोनॉमिक सेल की टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर एक दिन के रिमांड पर लिया है।

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