यमुनानगर: निजीकरण के विरोध में देश भर में सोमवार को ट्रेड यूनियनों, राज्य सरकार के कर्मचारियों, बैंक कर्मचारियों और संयुक्त किसान मोर्चा ने इकट्ठा होकर प्रदेश और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
इसी कड़ी में यमुनानगर में भी कर्मचारियों और किसानों ने शहर की सड़कों पर जुलूस निकाला और रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि आज के इस प्रदर्शन में सभी मेहनतकश लोग इकट्ठा हुए हैं और वह इस सोई हुई सरकार को जगाना चाहते हैं जो देश को बेचने का काम कर रही है.
कर्मचारी नेता ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री ने सुधारीकरण के नाम पर कहा कि बिजनेस करना सरकार का काम नहीं जिसका नतीजा पहले भी देख चुके हैं. जब पेट्रोलियम प्राइवेट हाथों में दिया गया और कहा गया था कि पेट्रोल-डीजल के दाम कम होंगे, जो आज सैंकड़ा मार चुके हैं.
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उन्होंने कहा कि ये पहली सरकार देखी है जिसमें रेलवे, शिक्षा, स्वास्थ्य को भी व्यापार में शामिल किया जा रहा है. जिससे गरीब वर्ग, मेहनतकश मजदूर लोग प्रभावित होंगे. इसी के चलते हुए सोई हुई सरकार को नींद से जगाना चाहते हैं.
ट्रेड यूनियनों की ओर से सभी जिलों के रेलवे स्टेशनों पर किए गए इस प्रदर्शन के बाद सरकार इनकी मांगों पर कोई गौर फरमाती है या नहीं, ये तो देखने वाली बात होगी.
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