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गांव मसाना रांगड़ान के स्कूल में टीचरों की कमी, अभिभावकों ने खोला मोर्चा

गांव मसाना रांगड़ान के सरकारी स्कूल में अध्यापकों की कमी के चलते अभिभावकों ने खंड शिक्षा अधिकारी को मांगपत्र सौंपा और जल्द से जल्द अध्यापकों की कमी को पूरा करने की मांग की.

गांव मसाना रांगड़ान के स्कूल में टीचरों की कमी
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Published : Nov 7, 2019, 11:54 PM IST

यमुनानगर: हरियाणा सरकार जहां सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा दिए जाने के दावे कर रही है. वहीं राज्य के कई स्कूलों में पर्याप्त टीचर नहीं होने से बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है. ऐसा ही मामला आज रादौर के गांव मसाना रांगड़ान से आया है. जहां पर सरकारी स्कूल में अध्यापकों की कमी के चलते अभिभावकों ने खंड शिक्षा अधिकारी को मांगपत्र सौंपा और जल्द से जल्द अध्यापकों की कमी को पूरा करने की मांग की.

जानें गांव मसाना रांगड़ान के सरकारी स्कूलों में बच्चों की क्यों नहीं हो रही पढ़ाई

'सरकार के दावे खोखले'
इसी दौरान अभिभावकों ने सरकार पर भी जमकर हल्ला बोलते हुए कहा कि एक तरफ तो सरकार मेरिट के आधार पर नौकरी देने के दावे कर रही है, वहीं दूसरी ओर सरकारी स्कूलों में टीचरों की कमी को पूरा नहीं किया जा रहा है. ऐसे में जब स्कूल में टीचरों की कमी रहेगी तो बच्चे कैसे पढ़ाई करेंगे. इसकी तरफ भी सरकार को ध्यान देना चाहिए.

स्कूल में इन विषयों का नहीं है कोई टीचर
लोगों का कहना है कि स्कूल में पिछले कई महीने पहले यहां पर गणित, पंजाबी, संस्कृत और शाररिक शिक्षा के टीचरों की बदली हो गई थी, लेकिन उसके बाद आज तक इन विषयों के कोई भी टीचर स्कूल में बदल कर नहीं आया है. वहीं बीईओ की अनुपस्थति में कार्य देख रहे कार्यालय सहायक सोमनाथ ने बताया कि इन महिलाओं से प्राप्त मांगपत्र को उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दिया जाएगा और उम्मीद है कि जल्द ही स्कूल में कुछ टीचरों की तैनाती कर दी जाएगी.

ये भी पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद नींद से जागती है सरकार: किरण चौधरी

यमुनानगर: हरियाणा सरकार जहां सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा दिए जाने के दावे कर रही है. वहीं राज्य के कई स्कूलों में पर्याप्त टीचर नहीं होने से बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है. ऐसा ही मामला आज रादौर के गांव मसाना रांगड़ान से आया है. जहां पर सरकारी स्कूल में अध्यापकों की कमी के चलते अभिभावकों ने खंड शिक्षा अधिकारी को मांगपत्र सौंपा और जल्द से जल्द अध्यापकों की कमी को पूरा करने की मांग की.

जानें गांव मसाना रांगड़ान के सरकारी स्कूलों में बच्चों की क्यों नहीं हो रही पढ़ाई

'सरकार के दावे खोखले'
इसी दौरान अभिभावकों ने सरकार पर भी जमकर हल्ला बोलते हुए कहा कि एक तरफ तो सरकार मेरिट के आधार पर नौकरी देने के दावे कर रही है, वहीं दूसरी ओर सरकारी स्कूलों में टीचरों की कमी को पूरा नहीं किया जा रहा है. ऐसे में जब स्कूल में टीचरों की कमी रहेगी तो बच्चे कैसे पढ़ाई करेंगे. इसकी तरफ भी सरकार को ध्यान देना चाहिए.

स्कूल में इन विषयों का नहीं है कोई टीचर
लोगों का कहना है कि स्कूल में पिछले कई महीने पहले यहां पर गणित, पंजाबी, संस्कृत और शाररिक शिक्षा के टीचरों की बदली हो गई थी, लेकिन उसके बाद आज तक इन विषयों के कोई भी टीचर स्कूल में बदल कर नहीं आया है. वहीं बीईओ की अनुपस्थति में कार्य देख रहे कार्यालय सहायक सोमनाथ ने बताया कि इन महिलाओं से प्राप्त मांगपत्र को उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दिया जाएगा और उम्मीद है कि जल्द ही स्कूल में कुछ टीचरों की तैनाती कर दी जाएगी.

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Intro:स्कूल में टीचरों की कमी को लेकर अभिभावकों ने सौंपा खंड शिक्षा अधिकारी को मांगपत्र, महिलाएं बोली मैरिट के आधार पर नौकरी देने वाली सरकार के है दावे खोखले, स्कूल में टीचर ही नहीं होंगे तो कैसी बनेगी बच्चों की मैरिट, बोली स्कूल में टीचरों की कमी से बच्चों की शिक्षा हो रही प्रभावित Body: प्रदेश सरकार जहाँ सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा दिए जाने के दावे कर रही है, वही कई स्कूलों में पर्याप्त टीचर न होने से बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है, ऐसी ही शिकायत लेकर आज रादौर के गांव मसाना रांगड़ान की महिलाएं खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में पंहुची और बीईओ की अनुपस्थिति में एक मांगपत्र कार्यालय के स्टाफ को सौंपा। इन महिलाओं का कहना था की स्कूल में कई सब्जेक्स्ट्स के टीचरों की कमी है, जिस कारण उनके बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। Conclusion:मांगपत्र सौंपने के बाद पत्रकारों से बातचीत में इन महिलाओं ने सरकार पर भी जमकर हल्ला बोला। उन्होंने कहा की एक तरफ तो सरकार मैरिट के आधार पर नौकरी देने के दावे कर रही है, वही दूसरी और सरकारी स्कूलों में टीचरों की कमी को पूरा नहीं किया जा रहा है, ऐसे में जब स्कूल में टीचरों की कमी रहेगी तो बच्चे कैसे मैरिट प्राप्त कर सकते है इसकी तरफ भी सरकार को ध्यान देना चाहिए। उन्होंने बताया की इस वक्त उनके स्कूल में पिछले कई महीने पहले हुए तबादले के बाद यहाँ पर गणित, पंजाबी, संस्कृत व शाररिक शिक्षा के टीचरों की बदली हो गई थी, लेकिन उसके बाद आज तक इन विषयो के कोई भी टीचर स्कूल में बदल कर नहीं आया है। वही बीईओ की अनुपस्थति में कार्य देख रहे कार्यालय सहायक सोमनाथ ने बताया की इन महिलाओ से प्राप्त मांगपत्र को उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दिया जाएगा और उम्मीद है की जल्द ही स्कूल में कुछ टीचरों की तैनाती कर दी जाएगी।

बाईट 1 - सुनीता व संतोष, स्थानीय निवासी
बाईट 2 - सोमनाथ, बीईओ कार्यालय कर्मचारी
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