यमुनानगर: यमुनानगर में शुक्रवार को स्टेट विजिलेंस ब्यूरो करनाल की टीम ने साढ़ौरा पुलिस थाने के प्रबंधक को ₹50000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की है. जिसके बाद यमुनानगर पुलिस पर बड़े सवाल भी खड़े हो रहे हैं. फिलहाल आरोपी को शनिवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा.
बता दें कि हरियाणा के यमुनानगर जिले में बड़े स्तर पर खनन का काम होता है. वैध खनन की आड़ में जहां अवैध खनन तो वहीं ओवरलोडिंग भी धड़ल्ले से होती है. ऐसा ही एक खुलासा तब हुआ जब शुक्रवार को स्टेट विजिलेंस ब्यूरो की टीम साढ़ौरा पहुंची और थाना प्रबंधक एसआई धर्मपाल को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई.
जानकारी के मुताबिक स्थानीय शख्स ने स्टेट विजिलेंस ब्यूरो करनाल की टीम को शिकायत दी थी कि थाना प्रबंधक ओवरलोड गाड़ियां निकालने की एवज में रिश्वत मांग रहा है. वह एक गाड़ी निकालने के ₹2500 मांगता है और 50 गाड़ियां निकालने की बात हुई है. जिसके बाद टीम ने जाल बिछाया और जैसे ही शिकायतकर्ता ने थाना प्रबंधक को रिश्वत दी वैसे ही टीम ने रंगे हाथों थाना प्रबंधक को धर दबोचा और पैसे भी बरामद कर लिए. टीम इंचार्ज ने बताया कि फिलहाल आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा.
बता दें कि यमुनानगर में ओवरलोडिंग की मिलीभगत के चक्कर में रीजनल ट्रांसपोर्ट अधिकारी तक गिरफ्तार हो चुके हैं जिन्हें जेल की हवा भी खानी पड़ी लेकिन इसके बावजूद भी अधिकारी और कर्मचारी इन कामों में रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे. फिलहाल देखना होगा इस थाना प्रबंधक के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
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