यमुनानगर: सरकार एक तरफ बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर जोर दे रही है. दूसरी ओर कुछ लोग अब भी ऐसे हैं जो नवजात बेटियों को पैदा होते छोड़ देते हैं. ऐसा ही एक और मामला जिले से सामने आया है. यमुनानगर के जगाधरी सिविल हॉस्पिटल (Jagadhri Civil Hospital Yamunanagar) के आइसोलेशन वार्ड में कोई महिला अपनी ढाई महीने की बच्ची को छोड़ (Mother Leave Her Baby Civil Hospital) गई.
आधी रात को जब बच्ची को भूख लगी तो वह राेने लगी. रातभर अस्पताल का स्टाफ बच्ची के माता-पिता के बारे में पता किया जाता रहा लेकिन किसी के बारे में कुछ पता नहीं चला. पुलिस भी रात को अस्पताल में आई. फिलहाल बच्ची को अस्पताल में ही रखा गया है. वह पूरी तरह से स्वस्थ है. डाक्टरों की टीम उस पर नजर रखे हुए हैं.
गुरुवार देर रात को ड्यूटी पर तैनात नर्स ने बच्ची को आइसोलेशन वार्ड में बच्ची को रोते हुए देखा. बच्ची वहां बिस्तर पर अकेली पड़ी थी. बहुत देर तक जब कोई भी नहीं आया तो उन्होंने सारे अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों को जोर-जोर से आवाज लगाकर पूछा कि यह बच्ची उनकी तो नहीं है लेकिन सब ने बच्ची को अपना मानने से मना कर दिया.
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यमुनानगर बाल संरक्षण यूनिट (yamunanagar child protection unit)अधिकारी आँचल त्यागी ने बताया कि रात को अस्पताल की नर्स ने इसकी सूचना थाना में दी. इसी पर बाल कल्याण समिति और हमारी टीम पहुंची. बच्ची को अस्पताल में ही डाक्टरों की निगरानी में रखा गया. बच्ची करीब ढाई महीने की है. रात को उसे भूख लगी होगी तो वह रोने लगी. प्रारंभिक जांच में पता नहीं चल पाया है कि बच्ची को वहां कौन छोड़ कर गया. अंधेरा होने के कारण कुछ भी स्पष्ट नहीं दिख रहा है. 317 के तहत मामला दर्ज किया गया है और इसके परिवार वालो की तलाश की जा रही है.
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