यमुनानगर: लॉकडाउन की मार छोटे से बड़े हर व्यवसाय पर पड़ी है. ऐसे में महिलाओं की सुंदरता निखारने वाले ब्यूटी पार्लर भी इससे अछूते नहीं हैं. हालांकि लॉकडाउन के तीसरे चरण में ब्यूटी पार्लर और सैलून को खोलने की अनुमति दी गई है, इसके बावजूद ब्यूटी पार्लर मालिकों को लाखों का नुकसान हो रहा है.
ईटीवी भारत ने ब्यूटी पार्लर संचालकों से बातचीत की. ब्यूटी पार्लर संचालक मोना ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से उसे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मोना ने बताया कि उसके घर का खर्चा ब्यूटी पार्लर पर ही निर्भर था, लेकिन डेढ़ महीने से पार्लर बंद थे. ऐसे में उसे उधार लेकर घर चालाना पड़ा है.
वहीं ब्यूटी पार्लर संचालक वसीम ने बताया कि जितना कोरोना का खतरा ग्राहकों को है, उतना ही खतरा पार्लर में काम करने वालों को है. ऐसे में करोना का संक्रमण ना फैले इसके लिए हर तरीके के उपाय किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि पहले फोन पर बुकिंग की जा रही है, जिसके बाद ही ग्राहकों को ब्यूटी पार्लर बुलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कोरोना के डर से अब कम ग्राहक ही ब्यूटी पार्लर आ रहे हैं.
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वसीम ने कहा कि सरकार की ओर से 8 से 4 बजे तक ब्यूटी पार्लर खोलने के आदेश हैं, लेकिन सुबह 10-11 बजे के बाद ही ग्राहक पार्लर आते हैं. ऐसे सरकार को करना चाहिए की पार्लर शाम में ज्यादा देर के लिए खोले जाएं. साथ ही उन्होंने सरकार से पार्लर के बिजली के बिल माफ करने की भी मांग की.
इसके साथ ही ब्यूटी पार्लर संचालक वसीम ने बताया कि अप्रैल और मई में शादी का सीजन होता है, जिसके लिए पहले से ही बुकिंग की जा चुकी थी, लेकिन लॉकडाउन की वजह से शादी की बुकिंग भी कैंसिल हो जाने से उन्हें काफी नुकसान हुआ है. वसीम ने सरकार से ब्यूटी पार्लर संचालकों को राहत पैकेज देने की मांग ताकि इस आर्थिक तंगी के दौर से उभरा जा सके.