यमुनानगर: देशभर में रोजाना हजारों लोग सड़क हादसे में आपनी जान गवां देते हैं और ज्यादतर सड़क दुर्घटनाएं हाइवे पर बड़े वाहनों की चपेट में आने से होते हैं और इनमें सबसे ज्यादा संख्या ट्रकों की होती है. अगर किसी ट्रक से हादसा हो भी जाए तो चालक ट्रक लेकर मौके से फरार हो जाते हैं लेकिन ज्यादातर ट्रकों पर नंबर प्लेट ही नहीं लगी होती.
दरअसल ट्रकों की आगे की नंबर प्लेट तो बड़ी सही ढंग से लगी होती है लेकिन यदि आप ध्यान दें तो ज्यादातर ट्रकों की पिछे वाली नंबर प्लेट आप नहीं देख पाएंगे. अगर कुछ ट्रकों पर यदि लगी भी होती है तो वह इस तरीके से छिपाई होती है कि वह नजर ना आए और इसकी वजह से पुलिस को अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज करना पड़ता है.
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ऐसे ट्रकों की जांच पड़ताल करने के लिए ईटीवी की टीम नेशनल हाईवे से लेकर स्टेट हाईवे और ट्रांसपोर्ट एरिया में पहुंची जहां इक्का-दुक्का ट्रक पर तो यह नंबर प्लेट साफ साफ नजर आ रही थी लेकिन ज्यादातर ट्रक ऐसे थे जिनके पीछे वाली नंबर प्लेट गायब थी और यदि लगी भी हुई थी तो साफ-साफ नजर नहीं आ रही थी.
जब ट्रक ड्राइवर से इस बारे में पूछने करने की कोशिश की गई तो वो कैमरे से बचते नजर आए और इसका कारण आप खुद भी साफ-साफ समझ सकते हैं कि हिट एंड रन केस में अक्सर ट्रक चालक टक्कर मारने के बाद फरार हो जाते हैं और पीछे की नंबर प्लेट ना होने की वजह से लोग उनका नंबर भी नोट नहीं कर पाते.
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वहीं जब इस मामले में रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारी से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि ओवरलोडिंग व्हीकल के बारे में उनका पहला कदम यही रहता है कि उनकी नंबर प्लेट चेक की जाए यदि नंबर प्लेट नहीं होती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है और ड्राइवर को हिदायत दी जाती है कि एचएसआरपी नंबर प्लेट लगाई जाए. हालांकि आरटीए अधिकारी का ये भी कहना है कि विभाग द्वारा जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है ताकि लोग अपने वाहनों पर सही ढंग से नंबर प्लेट लगवाएं और सड़क पर चलते वक्त सुरक्षित रहें.
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यमुनानगर आरटीए विभाग द्वारा ट्रांसपोर्ट कंपनियों के संचालकों को जागरूक तो किया जा रहा है लेकिन बावजूद उसके बहुत से ऐसे ट्रक हैं जिन पर नंबर प्लेट सही तरीके से नहीं लगी होती और ये ही वजह है कि हादसे के बाद पुलिस को मजबूरन अज्ञात वाहन के खिलाफ मामला दर्ज करना पड़ता है और ऐसे कई चालकों का पता नहीं लग पाता जो दुर्घटना के बाद मौके से फरार हो जाते हैं.