पंचकूला: हरियाणा के मुख्य सचिव डॉ विवेक जोशी अब भारतीय निर्वाचन आयोग में निर्वाचन आयुक्त नियुक्त हुए हैं. साल 1989 बैच के वरिष्ठ आईएएस विवेक जोशी ने एक नवंबर 2024 को केंद्र सरकार से प्रतिनियुक्ति (डेपुटेशन) से लौटने के बाद हरियाणा के मुख्य सचिव का कार्यभार संभाला था. उनकी देश के चुनाव आयुक्त की नियुक्ति के साथ ही अब हरियाणा में नए मुख्य सचिव के रिक्त हुए पद पर किसी आईएएस अधिकारी को नियुक्त किया जाएगा. सीएस की जिम्मेदारी के लिए इन अधिकारियों के नामों की चर्चा ने भी जोर पकड़ लिया है.
इनकी चर्चा तेज:हरियाणा के नए मुख्य सचिव की नियुक्ति के लिए साल 1990 बैच के पांच अधिकारियों के नामों की चर्चा तेज है. इनमें से किसी एक को यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. इनमें सबसे वरिष्ठ अधिकारी सुधीर राजपाल और डॉ सुमिता मिश्रा है. इनके अलावा साल 1990 बैच के आईएएस अनुराग रस्तोगी, आनंद मोहन शरण और राजा शेखर वुंडरू के नाम भी मुख्य सचिव की दौड़ में हैं.
दो आईएएस की सेवानिवृति जल्द: आईएएस अनुराग रस्तोगी का कार्यकाल 30 जून 2025 और आनंद मोहन शरण का कार्यकाल 31 अगस्त 2025 को पूरा हो जाएगा. दोनों की सेवानिवृति का समय नजदीक होने की स्थिति में आईएएस सुधीर राजपाल, डॉ. सुमिता मिश्रा और राजा शेखर वुंडरू में से ही किसी एक को मुख्य सचिव के पद पर नियुक्ति मिल सकती है.
निर्वाचन आयुक्त विवेक जोशी का कार्यकाल: आईएएस डॉ. विवेक जोशी हरियाणा के मुख्य सचिव बनने से पहले लंबे समय तक केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर रहे. उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्रालय में बतौर सचिव के पद पर सेवाएं देने में बाद कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के सचिव की जिम्मेदारी संभाली. इससे पहले उन्होंने चार साल केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन भारत के रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना आयुक्त के रूप में सेवाएं दी. भारतीय रिजर्व बैंक और भारतीय स्टेट बैंक के बोर्ड के सदस्य भी रहे. उन्होंने कपड़ा मंत्रालय में निदेशक के रूप में साल 2001 से साल 2006 तक काम किया.
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पीएम के पसंदीदा अधिकारियों में एक हैं जोशी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पसंदीदा अधिकारियों में से एक डॉ विवेक जोशी हरियाणा के प्रिंसिपल सेक्रेटरी और अन्य कई प्रमुख पदों पर रह चुके हैं. वह हरियाणा के विभिन्न जिलों में उपायुक्त रहने के साथ निगरानी और समन्वय के प्रमुख सचिव और गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के बतौर सीईओ के रूप में सेवाएं दे चुके हैं. इसके अलावा जोशी साल 2014 से साल 2017 में केंद्रीय वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव रहे. इस दौरान वह सरकार को सार्वजनिक खरीद नीति तैयार करने में सलाह देते थे. उन्होंने केंद्र सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में साल 2010 से साल 2014 तक बतौर संयुक्त सचिव और बाल अधिकार एवं बाल संरक्षण के क्षेत्र में भी काफी काम किया.
स्विट्जरलैंड से अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्र में पीएचडी: मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले विवेक जोशी का जन्म 21 मई 1966 को हुआ. उन्होंने स्विट्जरलैंड के ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट जिनेवा से अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्र में पीएचडी की डिग्री ली. उन्होंने अपनी डॉक्टरेट की शिक्षा प्रोफेसर रिचर्ड बाल्डविन के मार्गदर्शन में पूरी की. इसके अलावा रूडकी विश्वविद्यालय से साल 1987 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीई की. साथ नई दिल्ली से इंटरनेशनल बिजनेस में पोस्ट ग्रेजुएशन की.
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