यमुनानगर: पूर्व विधायक और जेजेपी नेता अर्जुन सिंह के बेटे भूपेंद्र और अन्य आरोपियों की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. बताया जा रहा है कि मंडोली घाट से रेत बजरी के ट्रक गांव के बीच से होकर गुजरते थे. इससे ग्रामीणों के मकान में दरारें आ गई. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत खनन ठेकेदारों को दी, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. जिसके बाद ग्रामीणों ने फैसला लिया कि अब गांव से किसी भी खनन सामग्री से लोड वाहन को गुजरने नहीं दिया जाएगा.
बताया जा रहा है कि 26 अक्टूबर को रात को ग्रामीण ओवरलोड वाहनों को रोक रहे थे. तभी 2 ओवरलोड डंपर पर आते दिखे जब उन्हें रोका तो अर्जुन सिंह के बेटे भूपेंद्र ने फोन पर उन्हें धमकी दी थी कि गाड़ी को ना रोके. वहीं रात करीब 10:30 बजे भूपेंद्र अपने साथियों के साथ गाड़ी में मौके पर पहुंचा. इस दौरान भूपेंद्र ने पिस्तौल निकालकर एक युवक पर पिस्तौल तान दी. बताया जा रहा है कि उसके साथ आए तीन लोगों के पास भी हथियार थे. उन्होंने ग्रामीणों को जान से मारने की धमकी दी और वहां से निकल गए.
इसके बाद इसकी शिकायत पुलिस को दी गई. फिलहाल पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनकी पहचान बुढ़िया निवासी राम कुमार और अनिल के रूप में हुई है. पुलिस ने आरोपियों को एक दिन के रिमांड के बाद वीरवार को कोर्ट में पेश किया. आरोपियों पर गृहमंत्री का ओएसडी बनकर एसएचओ को धमकी देने का भी आरोप है. बताया जा रहा है कि जेजेपी की सत्ता में हिस्सेदारी होने से जेजेपी जिला अध्यक्ष के बेटे को बचाने के लिए राजनीतिक जोड़-तोड़ भी लगाए जा रहे हैं. वहीं फरार चल रहे भूपेंद्र की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.
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