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बिजली मंत्री के बयान के समर्थन में आए शिक्षा मंत्री, कहा- बिल नहीं भरना कुछ लोगों की आदत

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Published : Jan 3, 2020, 4:40 PM IST

शिक्षा मंत्री ने कहा कि आर्थिक कमजोरी की वजह से नहीं, बल्कि कुछ लोगों को बिल भरने की आदत ही नहीं होती. जो लोग आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं, बिजली विभाग उनका मीटर पहले ही काट देता है.

kunwar pal gurjar reaction on ranjeet chautala statement
शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर

यमुनानगर: शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने बिजली मंत्री रणजीत चौटाला के बयान का समर्थन किया है. रणजीत चौटाला ने कहा था कि हरियाणा के जो लोग बिजली के बिल का भुगतान नहीं कर रहे हैं, उनके बच्चों को पेपर नहीं देने दिया जाएगा.

बिजली मंत्री रणजीत चौटाला के इस पर बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि इसमें कोई हर्ज नहीं है. सरकार भी ऐसा करने के बारे में विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि वैसे तो हरियाणा सरकार लोगों के बिल आधे करने पर काम कर रही है और ऐसा काफी हद तक हो भी गया है. बावूजद इसके कुछ लोग ऐसे हैं जो सरकार का बिल नहीं दे रहे हैं.

बिजली मंत्री के बयान के समर्थन में आए शिक्षा मंत्री

'आदत के चलते नहीं करते हैं बिजली बिल का भुगतान'
शिक्षा मंत्री ने कहा कि वो ऐसा मानते है कि आर्थिक कमजोरी की वजह से नहीं, बल्कि कुछ लोगों को बिल भरने की आदत ही नहीं होती. जो लोग आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं, बिजली विभाग उनका मीटर पहले ही काट देता है. उन्होंने कहा कि लोग अपनी आदत में थोड़ा सा बदलाव लाएं और समय पर बिजली का बिल भरें. इससे एक तो सरकार को फायदा होगा और दूसरा जुर्माना लगकर उनका बिल भी एक बड़ी रकम नहीं बनेगा.

ये भी पढ़िए: हरियाणा में जो बिजली बिल नहीं भरेंगे उनके बच्चे नहीं दे पाएंगे परीक्षा!

क्या कहा था बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने ?

हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने कहा था कि बिजली के बिल भरने वाले उपभोक्ताओं के बच्चे ही पेपर दे पाएंगे. जिस प्रकार सरपंच, नगर परिषद या विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों को नॉन ड्यूज सर्टिफिकेट देना पड़ता है उसी तरह सरकार यह कंडीशन सर सकती है कि जिसके घर में बिजली का बिल भरा जा रहा है उसी घर के बच्चे पेपर दे पाएंगे.

यमुनानगर: शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने बिजली मंत्री रणजीत चौटाला के बयान का समर्थन किया है. रणजीत चौटाला ने कहा था कि हरियाणा के जो लोग बिजली के बिल का भुगतान नहीं कर रहे हैं, उनके बच्चों को पेपर नहीं देने दिया जाएगा.

बिजली मंत्री रणजीत चौटाला के इस पर बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि इसमें कोई हर्ज नहीं है. सरकार भी ऐसा करने के बारे में विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि वैसे तो हरियाणा सरकार लोगों के बिल आधे करने पर काम कर रही है और ऐसा काफी हद तक हो भी गया है. बावूजद इसके कुछ लोग ऐसे हैं जो सरकार का बिल नहीं दे रहे हैं.

बिजली मंत्री के बयान के समर्थन में आए शिक्षा मंत्री

'आदत के चलते नहीं करते हैं बिजली बिल का भुगतान'
शिक्षा मंत्री ने कहा कि वो ऐसा मानते है कि आर्थिक कमजोरी की वजह से नहीं, बल्कि कुछ लोगों को बिल भरने की आदत ही नहीं होती. जो लोग आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं, बिजली विभाग उनका मीटर पहले ही काट देता है. उन्होंने कहा कि लोग अपनी आदत में थोड़ा सा बदलाव लाएं और समय पर बिजली का बिल भरें. इससे एक तो सरकार को फायदा होगा और दूसरा जुर्माना लगकर उनका बिल भी एक बड़ी रकम नहीं बनेगा.

ये भी पढ़िए: हरियाणा में जो बिजली बिल नहीं भरेंगे उनके बच्चे नहीं दे पाएंगे परीक्षा!

क्या कहा था बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने ?

हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने कहा था कि बिजली के बिल भरने वाले उपभोक्ताओं के बच्चे ही पेपर दे पाएंगे. जिस प्रकार सरपंच, नगर परिषद या विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों को नॉन ड्यूज सर्टिफिकेट देना पड़ता है उसी तरह सरकार यह कंडीशन सर सकती है कि जिसके घर में बिजली का बिल भरा जा रहा है उसी घर के बच्चे पेपर दे पाएंगे.

Intro:एंकर - हरियाणा बिजली मंत्री ने एक बयान में कहा था कि जिन लोगों ने बिजली के बिल नही जमा करवाएं उनके बच्चों को पेपर में नही बैठने दिया जाएगा। इसके बाद उनके इस ब्यान को लेकर मानों विवाद खड़ा हो गया। मगर अब हरियाणा के शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर उनके बचाव में आगे आए हैं। उन्होनें इस बयान पर मोहर लगाते हुए अपने ही अंदाज में कहा कि इसमें कोई हर्ज नही हैं, कि जिन लोगों के बिजली के बिल बकाया हो उनके बच्चें सरकारी नौकरी के पेपर देने हेतू अयोग्य समझें जाएं। और इस मुद्दे पर सरकार विचार भी कर रही है। शिक्षामंत्री ने यह भी कहा कि पिछले प्लान में सरकार ने बिजली के बिल लगभग आधे कर दिए थे, और ज्यादातर लोगों ने अपने बिल जमा भी करवा दिए थे। मगर कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें समय पर बिल भरने की आदत नही हैं और इसी कारण उनका बिल जुर्माना लगकर एक बड़ी रकम बन जाता है। ऐसे में अगर सरकार द्वारा कोई कदम नही उठाया गया तो यह उन लोगों के साथ अन्याय होगा जो अपना बिल समय पर भरते हैं।Body:वीओ एक सवाल का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा, कि वह ऐसा मानते है कि आर्थिक कमजोरी की वजह से नहीं बल्कि कुछ लोगों को बिल भरने की आदत ही नही होती। जो लोग आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं बिजली विभाग उनका मीटर पहले ही काट देता है। शिक्षा मंत्री का कहना है कि लोग अपनी आदत में थोड़ा सा बदलाव लाएं और समय पर बिजली का बिल भरें इससे एक तो सरकार को फायदा होगा दूसरा जुर्माना लगकर उनका बिल भी एक बड़ी रकम नही बनेगा।

बाईट - चौधरी कंवरपाल, शिक्षामंत्री हरियाणा Conclusion:
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