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गर्मी से बेहाल लोग, सड़क किनारे बिक रही बीमारियां

गर्मी में प्यास बुझाने के लिए लोग सड़क किनारे मिलने वाले पेय पदार्थों का सहारा लेते हैं, लेकिन ऐसा करने से लोगों की सेहत पर असर पड़ता है.

गर्मी से बेहाल लोग, 'जानलेवा' शरबत पीने को है मजबूर
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Published : Jun 8, 2019, 10:16 AM IST

Updated : Jun 8, 2019, 11:49 AM IST

यमुनानगर: जून महीने में प्रचंड गर्मी पड़ रही है. उत्तर भारत में मॉनसून कुछ दिनों में दस्तक दे सकता है. वहीं गर्मी की मार से बेहाल लोग पेय पदार्थ और फलों का सहारा ले रहे हैं.

लेकिन गर्मी मिटाने के लिए लोग जिन पेय पदार्थों का सहारा ले रहे हैं. उनमें से ज्यादातर सेहत के लिए खतरनाक है. दरअसल भारी गर्मी के चलते लोग सड़क किनारे लगी रेहड़ी से नींबू पानी, जलजीरा पी तो लेते हैं, लेकिन ये आपकी सेहत पर असर डाल सकता है. सड़क किनारे लगी रेहड़ियों पर गंदगी ज्यादा होती है. जिस वजह से आपकी सेहत पर असर पड़ सकता है.

गर्मी के सितम से परेशान लोग

इस बारे मे जानकारी देते हुए स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विजय दहिया ने बताया कि जब ज्यादा गर्मी पड़ती है, तो शरीर से पसीना ज्यादा आता है. जिससे हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है. ऐसे में इंसान को बार-बार प्यास लगती है और वो प्यास बुझाने के लिए बार-बार पानी पीता है. हम प्यास बुझाने के लिए बाहर की चीजे भी पी लेते हैं. जबकि खुले में पड़े खाने या पानी को पीने से हम बीमार हो सकते हैं.

यमुनानगर: जून महीने में प्रचंड गर्मी पड़ रही है. उत्तर भारत में मॉनसून कुछ दिनों में दस्तक दे सकता है. वहीं गर्मी की मार से बेहाल लोग पेय पदार्थ और फलों का सहारा ले रहे हैं.

लेकिन गर्मी मिटाने के लिए लोग जिन पेय पदार्थों का सहारा ले रहे हैं. उनमें से ज्यादातर सेहत के लिए खतरनाक है. दरअसल भारी गर्मी के चलते लोग सड़क किनारे लगी रेहड़ी से नींबू पानी, जलजीरा पी तो लेते हैं, लेकिन ये आपकी सेहत पर असर डाल सकता है. सड़क किनारे लगी रेहड़ियों पर गंदगी ज्यादा होती है. जिस वजह से आपकी सेहत पर असर पड़ सकता है.

गर्मी के सितम से परेशान लोग

इस बारे मे जानकारी देते हुए स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विजय दहिया ने बताया कि जब ज्यादा गर्मी पड़ती है, तो शरीर से पसीना ज्यादा आता है. जिससे हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है. ऐसे में इंसान को बार-बार प्यास लगती है और वो प्यास बुझाने के लिए बार-बार पानी पीता है. हम प्यास बुझाने के लिए बाहर की चीजे भी पी लेते हैं. जबकि खुले में पड़े खाने या पानी को पीने से हम बीमार हो सकते हैं.

Intro:एंकर गर्मी पूरी जोरो पर है।सूर्य देवता भी पूरी आग बरसा रहे है और इस तपती गर्मी से बचने के लिए हम लोग सड़क किनारे लगे रेहड़ी ठेले पर लगे पेय पदार्थ नीबू पानी जलजीरा से अपनी प्यास बुझाने का प्रयास करते है।लेकिन यही पेय पदार्थ हमारी सेहत के लिए घातक।स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस पेय पदार्थों से बचने और पहले से कटे हुए फलों को न खाने की हिदायत दी है और ये कहा है कि इस गर्मी में अगर आप घर से बाहर निकलते है तो अपने खाने पीने का सामान घर से ही साथ लेकर चले। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का ये भी कहना है कि हम समय समय पर इसकी जांच भी करते है कि कितनी गुणवत्ता और कितनी स्वच्छता है।वही आम लोगो का कहना की गर्मी में अक्सर रास्ते मे जब कोई विकल्प नही दिखता तो हम इन्ही से ही प्यास बुझाते है।
Body:वीओ अगर आप भी गर्मी के मौसम में सड़क किनारे लगे ठेलों रेहड़ी से पेय पदार्थ पीने के लिए रुक जाते है तो हो जाये सावधान ।क्योंकि उस समय तो आपकी प्यास बुझ जाएगी लेकिन वो आपके स्वास्थ्य को खराब कर सकती है ।इस बारे मे जानकारी देते हुए स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विजय दहिया ने बताया कि जब ज्यादा गर्मी पड़ती है तो शरीर में से पसीना ज्यादा आता है और हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है और इलेक्ट्रोलाइट्स भी शरीर से बाहर निकल जाते हैं। तो ऐसे में इंसान को बार-बार प्यास लगती है और प्यास के लिए हम बार-बार पानी पीते रहते हैं लेकिन इलेक्ट्रोलाइट्स कम होने के कारण हमें हाइपर पोटेंशियल में दिक्कत हो जाती है ।तो ऐसे में प्रयास यही रहना चाहिए कि बार-बार पानी पीते रहे ।लेकिन इसके साथ साथ ओआरएस का घोल भी लेना चाहिए ।वही जिस तरीके से शहर में जगह-जगह नींबू शिकंजी वह गन्ने की रेडिया लगी हुई है इसी कारण भी काफी बीमारियां फैलने का काफी डर लग रहाता है। और अगर कोई भी चीज हम खुले में लेते हैं और उसमें अगर मक्खी बैठेगी तो शर्तिया तौर पर हमारे शरीर में उसका विपरीत असर पड़ेगा ।ऐसे में प्रयास ही रहना चाहिए कि चाहे जलजीरा या शिकंजी आप पी रहे हैं घर का बना हुआ हो जहां पर हमारा वातावरण साफ है जिस तरीके से रेडियो पे खुले में जो जूस है वह बिक रहा है ।उससे मक्खी मच्छर पनपते हैं और बीमारी फैलने का भी डर लगा रहता है तो स्वास्थ्य विभाग भी समय-समय पर ऐसे चीजों का निरीक्षण करता रहता है। लेकिन इसके बावजूद भी आम आदमी को इसके लिए जागरूक होना पड़ेगा कि खुले पड़े सम्मान का सेवन ना करें।


बाइट डॉ विजय दाहिया एसएमओ सिविल अस्पताल यमुनानगर

वीओ वही जहाँ डाक्टर सड़क किनारे पेय पदार्थों को न पीने की बात कह रहे है लेकिन इन पेय पदार्थों को पीने वालों का कहना है कि इस तपती गर्मी में वैसे तो घर से बाहर निकलने का मन नही करता लेकिन जब काम के लिए घर से निकलते है गला सूखता है तो रास्ते मे यही विकल्प दिखाई देता है इस लिए हम इन पेय पदार्थों से अपनी प्यास बुझा लेते है।


बाइट राजू , राहगीर फ़ाइल 02Conclusion:
Last Updated : Jun 8, 2019, 11:49 AM IST
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