यमुनानगर: शहर की मशहूर इस्जैक कंपनी की ईमेल आईडी हैक कर साइबर ठगों ने सवा करोड़ रुपये ठग लिए. ये कंपनी ईमेल के माध्यम से विदेशों की विभिन्न कंपनियों से कच्चा माल व तैयार माल की लेनदेन करती है. आरोप है कि इस दौरान साइबर ठगों ने कंपनी की ईमेल हैक कर करीब सवा करोड़ रुपये ठग लिए.
इस्जैक कंपनी से हुई सवा करोड़ की ठगी
जब कंपनी के पास भेजे गए माल की पेमेंट नहीं पहुंची तो ठगी का पता चला. ये ठगी दो बार की गई है. पहली बार ठगी करीब 75 लाख रुपये की गई और इसके बाद करीब 31 रुपये की ठगी हुई. पता चलने पर कंपनी के अधिकारियों ने जब जांच करवाई तो ये रुपये लंदन के टीसीएस नाम के बैंक के अकाउंट में डलवाये हुए मिले. कंपनी के उपप्रधान अनिल सुंदर ने इसकी दो शिकायतें पुलिस को दे दी है. पुलिस ने दोनों शिकायतों पर धोखाधड़ी के दो मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
इस्जैक कंपनी के मैटेरियल विभाग के उपप्रधान अनिल सुंदर ने शहर पुलिस को दी शिकायत में बताया कि इस्जैक हैवी इंजीनियरिंग लिमिटेड विभिन्न तरह की लोहे की प्लेट, ट्यूब व अन्य सामान तैयार करती है. यहां से माल विदेशों में भी जाता है कच्चा माल विदेशों से यहां मंगवाया जाता है. उसने बताया कि माल तैयार करने के लिए स्ट्रिप फीडिंग लाइन फ्रांस की बीएसबी कंपनी से मंगवाया जाता है.
ऐसे हुई ठगी
ईमेल के माध्यम से कंपनी से संपर्क किया जाता है पूरा काम ईमेल के माध्यम से होता है. साल 2020 में बीएसबी कंपनी की ओर से ईमेल के माध्यम से बीएनबी परिभाषा बैंक का अकाउंट नंबर भेजा गया, जिसमें 80 हजार 503 यूरो भेजे जाने थे. इसी बीच दो अक्टूबर 2020 को बीएसबी कंपनी व इस्जैक की ईमेल आईडी हैकरों ने हैक कर ली थी जिस पर उनकी आईडी पर मैसेज भेजा गया जिसमें टीएसबी बैंक लंदन का अकाउंट नंबर दिया गया.
मेल आईडी की थी हैक
इसमें 80 हजार 503 यूरो भेजने के लिए कहा गया भारतीय मुद्रा के अनुसार यह राशि 75 लाख 11 हजार 520 रुपये होती है इसके बाद यह पैसा कंपनी के अकाउंट में डाल दिया गया बाद में उन्हें पता चला कि बीएसबी कंपनी की ओर से ये मैसेज नहीं भेजा गया था. आरोप है कि साइबर ठगों ने कंपनी की ईमेल आईडी हैक कर कंपनी के साथ ठगी की है.
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पुलिस ने बताया कि कंपनी के साथ हुई ठगी की दो शिकायतें आई थी दोनों मामलों में केस दर्जकर लिया है साइबर सेल की मदद से मामले की जांच की जा रही है जांच के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.