यमुनानगर: मंगलवार को यमुनानगर में बारिश और आंधी से अचानक बुड़िया किले की दीवार ढह गई. हालांकि इससे बड़ा हादसा तो नहीं हुआ लेकिन किले की दीवार के पास खड़ी दो कारें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. इस किले का इतिहास सदियों पुराना है. बताया जाता है कि यह किला बीरबल के समय का है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि किले की मरम्मत सही नहीं होने के कारण यह हादसा हुआ है.
मंगलवार देर शाम हरियाणा के कई जिलों में बारिश से जहां लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली. वहीं यमुनानगर जिले के बुड़िया में बारिश और आंधी आफत बनकर आई. बुड़िया के पुराने किले की दीवार बारिश और तेज आंधी की वजह से ढह गई. दीवार के ऊपरी हिस्से की ईटें अचानक भरभराकर नीचे गिर गई. हादसे के वक्त दीवार के पास दो कारें खड़ी हुई थी.
दोनों कारों पर सैकड़ों की संख्या में ईंटें जा गिरी, जिससे दोनों कारें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. गनीमत रही कि हादसे के वक्त इन कारों में कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था. कार मालिक और प्रत्यक्षदर्शी कर्मजीत सिंह की माने तो इसी दीवार के ऊपरी हिस्से की कुछ समय पहले ही मरम्मत कराई गई थी. लेकिन सही मरम्मत नहीं होने के कारण उस दौरान दीवार का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह से घूम गया था. लेकिन किसी ने इसकी तरफ ध्यान नहीं दिया.
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मंगलवार देर शाम आई तेज बारिश की वजह से दीवार का यह ऊपरी हिस्सा गिर गया, जिससे हादसा हो गया. उन्होंने बताया कि यहां रोजाना स्थानीय बच्चे बैडमिंटन और अन्य खेल खेलते हैं. लेकिन हादसे के समय यहां कोई मौजूद नहीं था, जिससे बड़ा हादसा टल गया. आपको बता दें कि बुड़िया का यह किला सदियों पुराना है. इसे बुढ़िया की रानी के लिए बनाया गया था. लेकिन इसके रखरखाव पर प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया. इस कारण अब किले के आसपास रहने वाले लोगों को यहां किसी भी वक्त हादसा होने का डर सताने लगा है. क्योंकि यह किला बहुत पुराना है.