यमुनानगर: सरकार ने फैसला लिया है कि हरियाणा के दसवीं से बारहवीं कक्षा तक के लगभग 5 लाख विद्यार्थी इस दौरान ऑनलाइन कक्षाएं (online class in summer vacation in haryana) लगाएंगे. हरियाणा के शिक्षा मंत्री कवर पाल गुर्जर ने यमुनानगर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अभी हाल ही में बच्चों को टैबलेट दिए गए हैं. जिसको लेकर बच्चों में भी भारी उत्साह है. टीचरों को भी टैब उपलब्ध कराए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस दौरान छुट्टियों में यह विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ाई करेंगे. इससे कोरोना काल के दौरान पढ़ाई में हुए नुकसान की पूर्ति हो पाएगी साथ ही विद्यार्थियों को टैब चलाना भी आ जायेगा.
हरियाणा सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां (Summer vacation in haryana) घोषित कर दी है. शिक्षा विभाग की तरफ से ये आदेश जारी किया गया है कि 1 जून से 30 जून तक सरकारी और निजी सभी स्कूल बंद रहेंगे. 1 जुलाई 2022 से स्कूल दोबारा खुलेंगे. विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी और स्कूल प्रिसिंपल व प्रभारियों को इस आदेश की कॉपी भेज दी गई है. इन सभी को ग्रीष्मकालीन अवकाश को लेकर इस आदेश की अनुपालना सुनिश्चित करने को कहा गया है. लेकिन गर्मी की छुट्टियों के बावजूद सरकार ने कुछ छात्रों की ऑनलाइन क्लास जारी रखने का फैसला किया है.
5 मई को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा में छात्रों को मुफ्त टैबलेट (Free tablet to students in Haryana) देने की शुरुआत की थी. सीएम ने महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय रोहतक के टैगोर ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में 10वीं, 11वीं और 12वीं के छात्रों को पहले दिन 5 लाख टैबलेट वितरित किया था. मुख्यमंत्री ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा था कि अगले वर्ष 9वीं कक्षा के विद्यार्थियों को भी टैबलेट दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि पहले समय में तख्ती पर पढ़ाई करवाई जाती थी लेकिन आज डिजिटल युग में तख्ती की जगह टैबलेट ने ले ली है. पहले विद्यार्थियों को पुस्तकें खरीदनी पड़ती थी लेकिन आज पुस्तकें ई-बुक्स के माध्यम से टैबलेट में उपलब्ध होंगी.
टैबलेट में मिलेगा मुफ्त इंटरनेट डेटा- मुफ्त टैबलेट में ऑनलाइन एक्टिविटी के लिए छात्रों को इंटरनेट डेटा पर पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. टैबलेट में प्रतिदिन एयरटल या जियो का 2 जीबी डेटा फ्री मिलेगा. जिस पर सरकार का लगभग 57 करोड़ रुपए का खर्चा आएगा. बच्चों के माता-पिता की आमदनी के हिसाब से इन्टरनेट पर 3500 रुपए सालाना खर्च करना संभव नहीं था. टैबलेट के साथ अगर फ्री इन्टरनेट न दिया जाता तो इससे उतना लाभ नहीं मिल पाता. टैब में लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम की व्यवस्था की गई है, जो पर्सनलाइज्ड अडेप्टिव लर्निंग (पीएएल) पर आधारित है. ताकि बच्चे टैबलेट में ही मॉक टेस्ट, पूरा पाठ्यक्रम और अपने विषयों से संबंधित पूरी जानकारी हासिल कर सकें.