सोनीपत: गोहाना कृषि अधिकारी ने गेहूं की फसल में पीला रतुआ बीमारी आने पर कृषि अधिकारी की सलाह लेने की बात कही है. गोहाना कृषि अधिकारी डॉ. राजेंद्र मेहरा ने अपने कार्यालय में ईटीवी भारत हरियाणा से खास बातचीत की और गेहूं में आने वाली बीमारियों के बारे में बताया.
कृषि अधिकारी ने बताया कि आज के टाइम में गेहूं की फसलों में पीला रतुआ नाम की बीमारी आती है. कृषि अधिकारी ने मीडिया के माध्यम से किसानों से अपील की है कि कोई भी बीमारी आने पर किसान तुरंत कृषि अधिकारी को जानकारी दें.
गेहूं की फसल में बीमारी के लक्षण कैसे दिखते हैं?
गोहाना कृषि अधिकारी डॉ. राजेंद्र मेहरा ने बताया कि गेहूं की फसल में पीला रतुआ की बीमारी के लक्षण कैसे दिखते हैं. जब आप खेत में जाएंगे तो गेहूं की फसल में पीले रंग के हल्दी पाउडर जैसा रंग हो जाता है, इसका मतलब ये है कि फसल को पीला रतुआ बीमारी लग चुकी है.
'प्रोपिकाजोन दवाई पीला रतुआ बीमारी का इलाज'
गोहाना कृषि अधिकारी डॉ. राजेंद्र मेहरा ने बताया कि पीला रतुआ बीमारी में प्रोपिकाजोन दवाई 200 एमएल प्रति एकड़ के स्प्रे करने से इस बीमारी को दूर किया जा सकता है. उन्होंने ये भी कहा कि अगर किसान इसके बारे में ज्यादा जानना चाहते हैं, तो किसान कृषि विभाग के डॉक्टरों से संपर्क करें.