सोनीपत: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदलोन जारी है और किसानों को पूरा समर्थन भी मिल रहा है. सिंघु बॉर्डर और अन्य जगहों पर डटे किसानों ने महिला किसान दिवस मनाया और इस मौके पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया.
इस मौके पर सोनीपत-दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर महिलाओं ने मोर्चा संभाला और ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि वो पुरुष किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं और जब तक ये तीन कृषि कानून वापस नहीं होंगे तब तक वो यहीं पर डटी रहेंगी.
वहीं अमेरिका से किसान आंदोलन में पहुंची महिला ने कहा कि हमारा पूरा का पूरा परिवार यहां पर है. मेरा भाई आज वापस गया है और आज महिला किसान दिवस के मौके पर हम यहां पर है. उन्होंने कहा कि हम पुरुष किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं और आज हम जो भी हैं वो केवल किसानों की वजह से हैं.
अभिनेत्री गुल पनाग का किसानों को समर्थन
किसान आंदोलन को जाने माने कलाकारों का भी खूब समर्थन मिल रहा है. सोमवार को किसानों का समर्थन करने के लिए अभिनेत्री गुल पनाग भी किसानों के बीच पहुंची. इस दौरान गुल पनाग ने कहा कि हम किसानों की इस लड़ाई में पूरा साथ देंगे इस आंदोलन को कमजोर पड़ने नहीं देंगे.
जींद में महिलाओं ने निकाला तिरंगा मार्च
वहीं जींद में सैंकड़ों महिलाएं ट्रैक्टर पर सवार होकर खटकड़ टोल प्लाजा पहुंची और किसान महिला दिवस मनाया. इस दौरान सैंकड़ों महिलाओं ने रंग बिरंगी ड्रैसे पहनकर लोक गीतों पर किया डांस किया. महिलाओं ने तिरंगा लेकर मार्च भी निकाला.
महिला डॉक्टर ने किया किसानों का इलाज
वहीं जींद की एक महिला डॉक्टर ने भी खुद का क्लिनिक छोड़कर नेशनल हाईवे पर किसानों के इलाज के लिए ओपन क्लिनिक लगाया जहां किसानों को दवाईयां और जो बीमार थे उनका इलाज किया गया.
भिवानी से भी कुछ ऐसी ही तस्वीरें सामने आई जहां किसान आंदोलन में महिला सशक्तिकरण की झलक देखने को मिली. गांव खरकड़ी माखवान में चल रहे किसानों के धरने पर बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची और कृषि कानूनों को वापिस लेने की मांग की.
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पलवल जिले की महिलाएं भी पीछे नहीं रही और नेशनल हाइवे 19 पर चल रहे किसानों के आंदोलन को समर्थन देने के लिए धरना स्थल पर पहुंची. इस मौके पर नेशनल बॉक्सर प्रियंका तेवतिया भी पहुंची और कहा कि कड़ कडाती ठंड में सड़कों पर किसान अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहें हैं. सरकार को किसानों की सुननी चाहिए और तीन कृषि कानून तुरंत प्रभाव से रद्द करने चाहिए.