सोनीपत: गन्नौर में झमाझम बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली. वहीं शहर का नगरपालिका रोड, गढ़ी केसरी रोड, गन्नौर गांव का बादशाही रोड़ जलमग्न हो गया. जिसके चलते सड़कों पर वाहन चालकों और पैदल आने जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.
हर साल शहर के मुख्य नालों की सफाई को लेकर 5 लाख 50 हजार रूपये खर्च किए जाते हैं. ताकि बरसात के मौसम में लोगों को जलभराव का सामना ना करना पड़े. लेकिन इसके बावजूद भी लोगों को बारिश के मौसम में जलभराव का सामना करना पड़ता है. जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा हर साल नालों की सफाई को लेकर दावे किए जाते हैं. जो बारिश के मौसम में फीके पड़ जाते हैं.
लोगों का कहना है कि अगर नालों की ठीक से सफाई कराई जाती तो बरसात में शहर की सड़कों पर जलभराव की समस्या नहीं होती. उनका कहना है कि नालों की सफाई के नाम पर केवल और केवल खानापूर्ति की जाती है. जिसके चलते सड़को पर पानी पर जाता है और वाहन चालकों के साथ साथ पैदल आने-जाने वाले लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
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जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सुनील कटारिया का कहना है कि गन्नौर में नाले सिर्फ पब्लिक हेल्थ के ही अंडर नहीं आते है. उनका कहना है कि शहर के कुछ नाले दूसरे विभागों के अंडर भी आते हैं. उनका कहना है कि पब्लिक हेल्थ विभाग अपना कार्य अच्छे तरीके से कर रहा है.