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गन्नौर में पहली बारिश ने प्रशासन की खोली पोल, पूरा शहर हुआ पानी-पानी

गन्नौर में हल्की बारिश के बाद सड़कों पर जलभराव की स्थिति पैदा हो गई. सड़कों पर करीब डेढ़ फीट तक पानी जमा हो गया, जिससे आमजन को आवाजाही में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.

water logging after first rain of monsoon in gannaur
water logging after first rain of monsoon in gannaur
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Published : Jul 13, 2020, 12:48 PM IST

सोनीपत: हरियाणा में मानसून सक्रिय हो गया है. गन्नौर में मानसून की शुरूआती बारिश ने प्रशासन के सभी दांवों की पोल खोल दी. हल्की बारिश के बाद पूरा शहर पानी-पानी हो गया है. गन्नौर के इंडस्ट्रियल एरिया के फेस-1 और फेस-2 की सड़कें पानी से लबालब भर गई. जलभराव के चलते सड़कें तालाब में तब्दील हो गई.

बता दें कि इस बारिश के बाद सड़कों पर करीब डेढ़ फीट पानी जमा हो गया. इसके बाद आमजन को आवाजाही में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. इसके बाद समस्या तब और बढ़ गई. जब फैक्ट्रियों से निकला केमिकल का गंदा पानी बरसात के पानी में मिल गया. गौरतलब है कि एचएसआईआईडीसी के अधिकारी ने जलभराव से निपटने के लिए पूरी तैयारियों का दावा किया था.

अधिकारियों की तरफ से दावा किया गया था कि बरसाती पानी के लिए अलग से सीवर लाइन बिछाई गई है. जिसके माध्यम से बरसात का पानी कुछ ही घंटों में निकल जाएगा, लेकिन रविवार को हुई बरसात ने उनके दावों को ही पानी-पानी कर दिया.

एचएसआईआईडीसी बड़ी एसोसिएशन के प्रधान शमशेर शर्मा ने बताया कि विभाग की तरफ से बरसाती पानी के लिए अलग से सीवर बिछाया गया था, लेकिन उसमें कुछ लोगों ने अवैध कनेक्शन करके उसको बाधित कर रखा है. प्रधान ने बताया कि पूरे क्षेत्र के पानी को उक्त सीवर में डालने के लिए महज एक पंप लगाया गया है, जो पानी को निकालने के लिए पर्याप्त नही है.

ये भी पढ़ें- गोहाना में मोबाइल टावर लगाने के नाम पर 8 लाख की ठगी

शमशेर शर्मा ने बताया कि इसके लिए भी कुछ अधिकारी ठेकेदारों को सामान समय पर नहीं देते हैं. ठेकेदार अपनी जेब से पैसे लगाकर कोई सामान लेकर लगा देता है ,तो उसके बिल महीनों तक नहीं निकालते, जिसके चलते समस्या पैदा हो गई है. प्रधान ने बताया कि वे समय-समय पर इनकी मांग उठाते रहते हैं, लेकिन कुछ अधिकारियों पर इसका कोई असर नही होता.

सोनीपत: हरियाणा में मानसून सक्रिय हो गया है. गन्नौर में मानसून की शुरूआती बारिश ने प्रशासन के सभी दांवों की पोल खोल दी. हल्की बारिश के बाद पूरा शहर पानी-पानी हो गया है. गन्नौर के इंडस्ट्रियल एरिया के फेस-1 और फेस-2 की सड़कें पानी से लबालब भर गई. जलभराव के चलते सड़कें तालाब में तब्दील हो गई.

बता दें कि इस बारिश के बाद सड़कों पर करीब डेढ़ फीट पानी जमा हो गया. इसके बाद आमजन को आवाजाही में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. इसके बाद समस्या तब और बढ़ गई. जब फैक्ट्रियों से निकला केमिकल का गंदा पानी बरसात के पानी में मिल गया. गौरतलब है कि एचएसआईआईडीसी के अधिकारी ने जलभराव से निपटने के लिए पूरी तैयारियों का दावा किया था.

अधिकारियों की तरफ से दावा किया गया था कि बरसाती पानी के लिए अलग से सीवर लाइन बिछाई गई है. जिसके माध्यम से बरसात का पानी कुछ ही घंटों में निकल जाएगा, लेकिन रविवार को हुई बरसात ने उनके दावों को ही पानी-पानी कर दिया.

एचएसआईआईडीसी बड़ी एसोसिएशन के प्रधान शमशेर शर्मा ने बताया कि विभाग की तरफ से बरसाती पानी के लिए अलग से सीवर बिछाया गया था, लेकिन उसमें कुछ लोगों ने अवैध कनेक्शन करके उसको बाधित कर रखा है. प्रधान ने बताया कि पूरे क्षेत्र के पानी को उक्त सीवर में डालने के लिए महज एक पंप लगाया गया है, जो पानी को निकालने के लिए पर्याप्त नही है.

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शमशेर शर्मा ने बताया कि इसके लिए भी कुछ अधिकारी ठेकेदारों को सामान समय पर नहीं देते हैं. ठेकेदार अपनी जेब से पैसे लगाकर कोई सामान लेकर लगा देता है ,तो उसके बिल महीनों तक नहीं निकालते, जिसके चलते समस्या पैदा हो गई है. प्रधान ने बताया कि वे समय-समय पर इनकी मांग उठाते रहते हैं, लेकिन कुछ अधिकारियों पर इसका कोई असर नही होता.

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