सोनीपत: उत्तरप्रदेश में बुलंदशहर जिले में पुलिस ने सुनील उर्फ साहब सिंह का मुठभेड़ में एनकाउंटर कर दिया था. मंगलवार को स्वजन उसके शव को गोहाना लेकर आए और रोहतक गोहाना रोड स्थित सेक्टर सात के सामने रखकर जाम लगा दिया. परिजनों ने यूपी पुलिस के एनकाउंटर पर सवाल उठाए और कहा कि सुनील सभी मामलों में बरी हो चुका था. वहीं, परिजनों ने मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है.
शहर थाना गोहाना की पुलिस ने उनको समझाकर जाम खुलवा दिया. बताया जा रहा है कि सुनील उर्फ साहब सिंह बावरिया गिरोह से जुड़ा था. लगभग 22 साल पहले यूपी में एक परिवार को बंधक बनाकर डकैती डाली थी और पांच लोगों की हत्या कर दी थी. इसके अलावा वह कई वारदातों में शामिल रहा. यूपी पुलिस ने उस पर लगभग सवा लाख रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था. सुनील लगभग तीन-चार साल से गोहाना के आर्य नगर में रह रहा था और परचून की दुकान चला रहा था. स्वजन का कहना है कि 19 फरवरी को वह गोहाना की सब्जी मंडी से सामान लेने गया था और वापस नहीं लौटा. यूपी में रविवार रात को वह मुठभेड़ में मारा गया.
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स्वजन को पुलिस से मुठभेड़ में उसकी मौत होने की सूचना मिली. मंगलवार को स्वजन बुलंदशहर से उसका शव लेकर गोहाना आए. शाम को शव को आर्य नगर से अंतिम संस्कार के लिए रोहतक रोड स्थित श्मशान स्थल ना ले जाकर, परिजनों ने शव को रोहतक रोड स्थित सेक्टर सात के मोड़ के निकट रोड पर रखकर जाम लगा दिया. स्वजन ने कहा कि उत्तरप्रदेश पुलिस ने सुनील का फर्जी एनकाउंटर किया है. वह सभी मामलों में बरी हो चुका था. गोहना थाना पुलिस भी वहां मौके पर पहुंची. पुलिस के समझाने पर स्वजन ने जाम खोल दिया गया.
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