सोनीपतः कड़ाकड़ाती ठंड में कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 23 दिनों से किसान दिल्ली-हरियाणा की सीमाओं पर डटे हुए हैं. किसानों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानती तब तक चाहे ठंड हो या बारिश वो डटे रहेंगे. ऐसे में किसानों की मदद के लिए समाजिक संगठन भी किसानों की मदद के लिए लगातार सामने आ रहे हैं. इसी कड़ी में सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए सामाजिक संस्थाओं द्वारा स्पेशल टेंट लगाए गए हैं.
ईटीवी भारत की टीम लगातार आपको किसान आंदोलन की अलग-अलग तस्वीरें दिखा रही है. इसी कड़ी में हमने देखा कि कड़कड़ाती ठंड में प्रदर्शन कर रहे किसानों और महिलाओं को बचाने के लिए सामाजिक संगठन लगातार आगे आ रहे हैं.
सिंघु बॉर्डर पर हेमकुंड नाम के एक सामाजिक संगठन ने किसानों को ठंड से बचाने के लिए टेंट की व्यवस्था की है. सामाजिक संगठन के प्रतिनिधि जतिन ने बताया कि वो शाम 6 बजे से यहां पर टेंट में रहने के लिए किसानों को टेंट मुहैया करवाते हैं. ताकि किसानों को ठंड से बचाया जा सके.
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उन्होंने बताया कि इस दौरान सबसे पहले महिलाओं और बच्चों को प्राथमिकता दी जाती है. उसके बाद बुजुर्ग किसानों को और आखिर में युवाओं को टेंट में रहने की इजाजत दी जाती है. इस टेंट में हर प्रकार की सुविधा है. टेंट में ठंड से बचने के लिए गद्दे, कंबल, गर्म तकिया भी दिया जाता है.