सोनीपत: दिल्ली में किसान आंदोलन को लेकर सुगबुगाहट एक बार फिर शुरू हो गई है. आज हजारों की संख्या में किसान रामलीला मैदान पर पहुंच रहे हैं. सोनीपत पहुंचे किसान नेता रतन सिंह मान ने दावा किया है कि सरकार ने किसानों के साथ वादाखिलाफी की है. एमएसपी गारंटी कानून और कमेटी बनाई जानी थी. कमेटी केवल जैविक खेती के लिए काम कर रही है. किसान महापंचायत में आज सरकार के खिलाफ कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है.
26 नवंबर 2020 को दिल्ली की सीमाओं पर किसानों ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था और सरकार ने दिसंबर 2021 में किसानों की सभी मांगें मान ली थी. सरकार ने किसानों से वादा किया था कि एमएसपी गारंटी कानून को लेकर सरकार एक कमेटी बनाएगी. यह कमेटी एमएसपी गारंटी कानून को लेकर राय देगी, लेकिन करीब सवा साल बीत जाने के बाद भी सरकार एमएसपी गारंटी कानून नहीं बना पाई है.
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इसको लेकर किसान आज दिल्ली के रामलीला मैदान पर अपनी मांगों को लेकर महापंचायत कर रहे हैं. किसानों की मांग स्पष्ट है कि अगर सरकार ने उनकी लंबित मांगों को जल्द से जल्द पूरा नहीं किया तो वह सरकार के खिलाफ एक बार फिर किसान आंदोलन पार्ट-2 शुरू करेंगे. किसान नेता रत्न सिंह मान ने मीडिया से बातचीत करते हुए स्पष्ट किया कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो एक बार फिर सरकार के खिलाफ हल्ला बोला जाएगा.
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वहीं, उन्होंने कहा कि एमएसपी गारंटी कानून पर जो कमेटी बनाई जानी थी. उसका दोबारा से गठन होना चाहिए. क्योंकि जो कमेटी बनाई गई है. वह जैविक खेती के लिए काम कर रही है. लखीमपुर खीरी के किसानों को अभी तक न्याय नहीं मिला है और पराली और बिजली बिल पर भी सरकार के साथ किसान मुखर हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज संयुक्त किसान मोर्चा की इस महापंचायत में सरकार के खिलाफ कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है.