गोहानाः बरोदा उपचुनाव में सभी पार्टियों ने ताल ठोकने की तैयारी कर ली है. कई छोटी पार्टियां भी इस उपचुनाव में हाथ आजमाने जा रही हैं. लेकिन बहुजन समाज पार्टी के चुनाव लड़ने पर अभी भी संशय बना हुआ है. क्योंकि अब तक बसपा पूरी तरह से निष्क्रिय नजर आ रही है. हालांकि हरियाणा में बसपा का उतना असर नहीं है लेकिन फिर भी राजनीतिक पंडित मानते हैं कि उनका उम्मीदवार कम से कम अपने परंपरागत वोट बैंक को जरूर साध लेता है.
बरोदा उपचुनाव नहीं लड़ेगी बीएसपी!
आमतौर पर मायावती के नेतृत्व वाली बसपा उपचुनाव नहीं लड़ती है लेकिन पिछले कुछ दिनों में उसने अपनी रणनीति बदली है. और कई जगह उसे उपचुनाव लड़ते देखा गया है तो देखना होगा कि बरोदा उपचुनाव में बीएसपी अपना उम्मीदवार उतारेगी या नहीं, हालांकि इसकी उम्मीद कम ही लगती है.
ये भी पढ़ेंः जानिए क्या हैं बरोदा विधानसभा के जातिगत समीकरण
बरोदा में बीएसपी का प्रदर्शन
बरोदा में बीएसपी का कोई बड़ा असर नहीं है. लेकिन ये सीट एक वक्त में आरक्षित रही है, इसीलिए बीएसपी हमेशा अपने परंपरागत माने जाने वाले वोट को साधती रही है. 2014 में बीएसपी ने बरोदा से देवेंद्र को टिकट दिया था, जिन्हें 3255 वोट मिले थे. उसके बाद 2019 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी के टिकट पर नरेश चुनाव लड़े जिन्हें 3281 वोट मिले. दोनों चुनावों को देखकर लगता है बीएसपी को वही वोट मिले जो पिछली बार से मिलते आ रहे थे.