गोहाना: शुक्रवार देर शाम शहीद संदीप का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव कथूरा पहुंचा. यहां उनके पार्थिव शरीर को देख सभी की आखें नम हो गई. इसके बाद संदीप के पार्थिव शरीर का राजकीय सम्मान के साथ गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार (Martyr Sandeep Singh funeral) किया गया. हरिद्वार में बदमाशों के साथ मुठभेड़ (encounter with miscreants in Haridwar) में गोली लगने से हरियाणा पुलिस के जवान संदीप सिंह शहीद हो गए थे.
गांव कथूरा निवासी संदीप (38) वर्ष 2013 में पानीपत से हरियाणा पुलिस में भर्ती हुए थे. ट्रेनिंग के बाद उनकी नियुक्त फरीदाबाद में हुई. उनकी ड्यूटी अब फरीदाबाद क्राइम ब्रांच में थी. क्राइम ब्रांच की टीम के साथ संदीप शुक्रवार को डकैती के मामले में हरिद्वार में बदमाशों को गिरफ्तार करने गए थे, हालांकि टीम ने वहां चार बदमाशों को गिरफ्तार भी किया, लेकिन पांचवें बदमाश ने जुराब से पिस्टल निकालकर सिपाही संदीप को गोली मार दी और फरार हो गया. गोली लगने से संदीप शहीद हो गए.
संदीप के पिता कृष्ण खेती-बाड़ी करते हैं. उनका छोटा भाई अंकित भी किसान है. इसके अलावा संदीप अपने पीछे तीन बच्चों को छोड़ गए है. उनका बड़ा बेटा नितिन 16 और बेटी नेहा 14 साल की है, दोनों 12 कक्षा में पढ़ते हैं. सबसे छोटी बेटी रिया 11 साल की है, जो छठी कक्षा में पढ़ती है. पत्नी नीलम गृहिणी हैं. संदीप के शहीद होने के बाद परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है.