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अपग्रेडेशन के 7 साल बाद भी PHC को तरस रहे ग्रामीण, गोहाना एसडीएम से की ये मांग

खांनपुर खुर्द और बरोदा मोड़ के ग्रामीणों के मुताबिक साल 2013 में तत्कालीन सरकार द्वारा उप स्वास्थय केन्द्र को पीएचसी अपग्रेड करने के आदेश दिए गए थे. ऐसे में सात साल बीत जाने के बाद भी भवन का निर्माण न किए जाने पर बरोदा और खानपुर खुर्द के सैकड़ों ग्रामीणों ने गोहाना के एसडीएम से मुलाकात की और जल्द से जल्द भवन के निर्माण की मांग की.

gohana villagers protest
अपग्रेडशन के 7 साल बाद भी PHC को तरस रहे ग्रामीण
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Published : Jan 10, 2020, 11:20 AM IST

सोनीपतः गोहाना के बरोदा गावं में ग्रामीणों ने पीएचसी के निर्माण नहीं होने पर आज रोष प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का आरोप है कि बार-बार शिकायत देने और सीएमओ से लेटर जारी होने के बावजूद एएक्सएन ने इसमें कोई कार्रवाई नहीं की. नाराज ग्रामीणों ने आज गोहाना के एसडीएम से मुलाकात कर गांव में जल्द पीएचसी निर्माण की मांग की है. उनका कहना है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो वो सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे.

ग्रामीणों के मुताबिक साल 2013 में तत्कालीन सरकार द्वारा उप स्वास्थय केन्द्र को पीएचसी अपग्रेड करने के आदेश दिए गए थे. ऐसे में सात साल बीत जाने के बाद भी भवन का निर्माण न किए जाने पर बरोदा और खांनपुर खुर्द के सैकड़ों ग्रामीणों ने गोहाना के एसडीएम से मुलाकात की और जल्द से जल्द भवन के निर्माण की मांग की.

अपग्रेडशन के 7 साल बाद भी PHC को तरस रहे ग्रामीण

3 करोड़ 60 लाख की राशि को मिली मंजूरी

ग्रामीणों ने बीएंडआर के एएक्सएन पर आरोप लगाते हुए कहा कि जानबुझकर एएक्सएन पीएचसी का निर्माण नहीं करवा रहा, जबकि पंचायत ने भवन के नाम पर मांगी गई जमीन का रेजूलेशन पारित करके सरकार को भेज दिया गया है. उन्होंने बताया की पंचायत के इस लेटर पर सरकार के विभाग के अतिरिक्त सचिव और स्वास्थय मंत्री ने मोहर लगाते हुए 3 करोड़ 60 लाख रुपये की राशि भी मंजूर कर दी थी.

कांग्रेस सरकार के कार्यकाल का मामला

ग्रामीणों ने बताया कि गांव में लंबे समय से उपस्वास्थय केन्द्र जिसमें आयुष की डिस्पेंसरी भी चलती है. जो आठ कनाल जमीन पर निर्मित है. तत्कालीन कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल के दौरान ग्रामीणों की मांग पर उपकेन्द्र को अपग्रेड करते हुए प्राथमिक स्वास्थय केन्द्र का दर्जा दिया गया था. इसी के साथ जमीन को आठ की बजाय 16 कनाल की शर्त बताई गई. जिस पर गांव की ठुठान और बरोदा मोर की पंचायत समेत खानपुर खुर्द गांव की पंचायत ने सामूहिक प्रस्ताव पारित कर शर्त के अनुसार जमीन स्वास्थय विभाग को ट्रांसफर कर दी.

ये भी पढ़ेंः फिर खबरों में आईएएस अशोक खेमका, इस बड़े अधिकारी पर लगाए गंभीर आरोप

ग्रामीणों ने दिया 12 लाख का चंदा

इतना ही नहीं ग्रामीणों ने 12 लाख रुपये चंदे के तौर पर इकट्ठा करके जमीन को पूरी तरह से समतल करके भी तैयार कर रखा है. इस पर सरकार हाथों हाथ मोहर लगाते हुए भवन निर्माण की तमाम प्रक्रिया के आदेश जारी कर दिये तथा बीएंडआर को भवन निर्माण का आदेश भी जारी कर उक्त बजट राशि मंजूर कर दी थी लेकिन मगर अभी तक भवन निर्माण नहीं किया जा रहा.

एसडीएम ने दिया आश्वासन

इसको लेकर ग्रामीण कई बार जिला उपायुक्त से भी मिल चुके हैं. वहीं इस मामले में गोहाना के एसडीएम आशिष वसिष्ठ ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि वे इस बारे में जिला उपायुक्त और एएक्सएन से बात करेगें और जल्द ही निर्माण का काम शुरु करवा दिया जाएगा.

सोनीपतः गोहाना के बरोदा गावं में ग्रामीणों ने पीएचसी के निर्माण नहीं होने पर आज रोष प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का आरोप है कि बार-बार शिकायत देने और सीएमओ से लेटर जारी होने के बावजूद एएक्सएन ने इसमें कोई कार्रवाई नहीं की. नाराज ग्रामीणों ने आज गोहाना के एसडीएम से मुलाकात कर गांव में जल्द पीएचसी निर्माण की मांग की है. उनका कहना है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो वो सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे.

ग्रामीणों के मुताबिक साल 2013 में तत्कालीन सरकार द्वारा उप स्वास्थय केन्द्र को पीएचसी अपग्रेड करने के आदेश दिए गए थे. ऐसे में सात साल बीत जाने के बाद भी भवन का निर्माण न किए जाने पर बरोदा और खांनपुर खुर्द के सैकड़ों ग्रामीणों ने गोहाना के एसडीएम से मुलाकात की और जल्द से जल्द भवन के निर्माण की मांग की.

अपग्रेडशन के 7 साल बाद भी PHC को तरस रहे ग्रामीण

3 करोड़ 60 लाख की राशि को मिली मंजूरी

ग्रामीणों ने बीएंडआर के एएक्सएन पर आरोप लगाते हुए कहा कि जानबुझकर एएक्सएन पीएचसी का निर्माण नहीं करवा रहा, जबकि पंचायत ने भवन के नाम पर मांगी गई जमीन का रेजूलेशन पारित करके सरकार को भेज दिया गया है. उन्होंने बताया की पंचायत के इस लेटर पर सरकार के विभाग के अतिरिक्त सचिव और स्वास्थय मंत्री ने मोहर लगाते हुए 3 करोड़ 60 लाख रुपये की राशि भी मंजूर कर दी थी.

कांग्रेस सरकार के कार्यकाल का मामला

ग्रामीणों ने बताया कि गांव में लंबे समय से उपस्वास्थय केन्द्र जिसमें आयुष की डिस्पेंसरी भी चलती है. जो आठ कनाल जमीन पर निर्मित है. तत्कालीन कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल के दौरान ग्रामीणों की मांग पर उपकेन्द्र को अपग्रेड करते हुए प्राथमिक स्वास्थय केन्द्र का दर्जा दिया गया था. इसी के साथ जमीन को आठ की बजाय 16 कनाल की शर्त बताई गई. जिस पर गांव की ठुठान और बरोदा मोर की पंचायत समेत खानपुर खुर्द गांव की पंचायत ने सामूहिक प्रस्ताव पारित कर शर्त के अनुसार जमीन स्वास्थय विभाग को ट्रांसफर कर दी.

ये भी पढ़ेंः फिर खबरों में आईएएस अशोक खेमका, इस बड़े अधिकारी पर लगाए गंभीर आरोप

ग्रामीणों ने दिया 12 लाख का चंदा

इतना ही नहीं ग्रामीणों ने 12 लाख रुपये चंदे के तौर पर इकट्ठा करके जमीन को पूरी तरह से समतल करके भी तैयार कर रखा है. इस पर सरकार हाथों हाथ मोहर लगाते हुए भवन निर्माण की तमाम प्रक्रिया के आदेश जारी कर दिये तथा बीएंडआर को भवन निर्माण का आदेश भी जारी कर उक्त बजट राशि मंजूर कर दी थी लेकिन मगर अभी तक भवन निर्माण नहीं किया जा रहा.

एसडीएम ने दिया आश्वासन

इसको लेकर ग्रामीण कई बार जिला उपायुक्त से भी मिल चुके हैं. वहीं इस मामले में गोहाना के एसडीएम आशिष वसिष्ठ ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि वे इस बारे में जिला उपायुक्त और एएक्सएन से बात करेगें और जल्द ही निर्माण का काम शुरु करवा दिया जाएगा.

Intro:अपग्रेड हुए सात साल के बाद भी पीएचसी के निर्माण न होने पर ग्रामीणों ने जताया रोष
बीएंडआर के ऐएक्सएन पर निर्माण न होने का लगाया आरोप
ग्रामीणों ने एसडीएम से की मुलाकात जल्द निर्माण करवाने की मांग
Body:एंकर :- गोहाना के गांव बरोदा में वर्ष 2013 में तत्कालीन सरकार द्वारा उप स्वास्थय केन्द्र को पीएचसी अपग्रेड करने के सात साल बाद भी भवन का निर्माण न किये जाने पर बरोदा और खांनपुर खुर्द के सैकड़ों ग्रामीणो ने गोहाना के एसडीएम से मुलाकात कर भवन के निर्माण में जल्द करवाने की मांग की उधर ग्रामीणों ने बीएंडआर के ऐएक्सईएन पर आरोप लगाते हुए कहा कि जानबुझकर ऐएक्सईएन निर्माण नहीं करवा रहा जबकि पंचायत ने भवन के नाम पर मांगी गई जमीन का रेजूलेशन पारित करके सरकार को भेज दिया। जिस पर सरकार के विभाग के अतिरिक्त सचिव और स्वास्थय मंत्री ने मोहर लगाते हुए 3 करोड़ 60 लाख रुपये की राशि भी मंजूर कर दी थी Conclusion:वि ओ :- ग्रामीणों ने बताया गांव में लंबे समय से उपस्वास्थय केन्द्र हैं जिसमें आयुष की डिस्पेंसरी भी चलती है। जो आठ कनाल जमीन पर निर्मित है। तत्कालीन कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल के दौरान ग्रामीणों की मांग पर उपकेन्द्र को अपगे्रड करते हुए प्राथमिक स्वास्थय केन्द्र का दर्जा दिया गया तथा जमीन को आठ की बजाय 16 कनाल की शर्त बताई गई। जिस पर गांव की ठुठान और बरोदा मोर की पंचायत समेत खांनपुर खुर्द गांव की पंचायत ने सामूहिक प्रस्ताव पारित कर शर्त के अनुसार जमीन स्वास्थय विभाग को ट्रांसफर कर दी। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने 12 लाख रुपये चंदे के तौर पर एकत्रित करके जमीन को पूरी तरह से समतल करके भी तैयार कर रखा है। इस पर सरकार हाथों हाथ मोहर लगाते हुए भवन निर्माण की तमाम प्रक्रिया के आदेश जारी कर दिये तथा बीएंडआर को भवन निर्माण का आदेश भी जारी कर उक्त बजट राशि मंजूर कर दी। मगर छह माह बीत जाने पर भी भवन निर्माण नहीं किया जा रहा। इसको लेकर वे कई बार जिला उपायुक्त से भी मिल चुके हैं
बाईट :- भूप सिंह ग्रामीण

वि ओ :- इस मामले में गोहाना के एसडीएम आसिष वसिष्ठ ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि वे इस बारे में जिला उपायुक्त और एएक्सएन से बात करेगें तथा जल्द ही निर्माण का काम शुरु करवा दिया जाएगा
बाईट :- आसिष वसिष्ठ एसडीएम गोहाना
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