जींदः हरियाणा में गुरुवार को मौसम में बदलाव के बाद कई इलाके में तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि हुई है. इस कारण जींद में खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को बिछ (गिर) गया है. शुक्रवार सुबह खेतों की स्थिति देख किसान परेशान हो गये. जींद जिले के कई दर्जन गांवों में ओलावृष्टि की सूचना है.
20 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चली हवाएं: 20 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चली हवाओं के कारण गेहूं की फसल बिछ गई. ओलावृष्टि से गेहूं के साथ-साथ सरसों की फसल को भी नुकसान हुआ है. किसानों ने बताया कि गुरुवार शाम को छह बजे के बाद मौसम ने अचानक करवट ली और तेज हवाएं चलने लगी. इसके बाद नरवाना क्षेत्र में बारिश और ओलावृष्टि हुई. इसके बाद उचाना और फिर जींद तथा पिल्लूखेड़ा में बारिश के साथ ओले पड़े.
बारिश से पहले 15 मिनट हुई ओलावृष्टि: नरवाना के दाता सिंहवाला, उझाना, बेलरखां, भाणा ब्राह्मणान, नेपेवाला, सिंघवाल, खरकभूरा, उचाना, बड़ौदा, घोघडिां, कहसून, खटकड़, झांझ, बड़ौदी, अहिरका, जींद, मोरखी, लुदाना, मालश्री खेड़ा समेत 20 से ज्यादा गांवों में ओलों की सफेद चादर बिछ गई. करीब 10 से 15 मिनट तक केवल ओले ही पड़े. इसके बाद बारिश शुरू हो गई. ओलावृष्टि से सरसों की फसल पर आया फल झड़ गया है. जिन किसानों ने गेहूं की फसल में पिछले दो- तीन दिनों के दौरान सिंचाई की है, वो फसल तेज हवा चलने की वजह से गिर गई है. किसानों का कहना है कि फसल गिरने से उत्पादन प्रभावित होगा.
आगामी कुछ दिन मौसम साफ रहेगा : जींद जिले में करीब 2.15 लाख हेक्टेयर में गेहूं की फसल है. जनवरी और फरवरी के पहले पखवाड़े में सामान्य से कम वर्षा होने और तापमान ज्यादा रहने की वजह से गेहूं की फसल पर प्रतिकूल असर पड़ा है. आगामी दिनों में भी तापमान ज्यादा रहता है और तेज हवाएं चलती है, तो उत्पादन घटने की आशंका है. कृषि विज्ञान केंद्र पिंडारा के मौसम वैज्ञानिक डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि "पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से जिले में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा और बाकी स्थानों पर बूंदाबांदी हुई है. आगामी कुछ दिन मौसम साफ रहने और मौसम में बढ़ोतरी की संभावना है.