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गोहाना नगर परिषद ने 18 पशु डेयरी संचालकों को दिया नोटिस

नगर परिषद द्वारा शहर का सर्वे कराने के बाद करीब 18 पशु डेयरी संचालकों को एमसी एक्ट के अंतर्गत नोटिस दिए हैं. डेयरी संचालकों को व्यवस्था करने के लिए 1 महीने का समय दिया है.

Gohana city council notice animal dairy
Gohana city council notice animal dairy
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Published : Feb 17, 2021, 9:20 AM IST

सोनीपत: गोहाना में अधिकांश सीवर जाम रहते हैं. जिनकी मुख्य वजह पशु डेयरी संचालक हैं. गोहाना में मुगलपुरा बड़ौदा रोड पर पशु डेयरी हैं. क्योंकि डेयरी संचालक पशुओं के मल को सीवर नाले में डाल देते हैं. जिससे यहां के सीवर हरदम जाम रहते हैं. जिससे सीवर ओवरफ्लो होने के कारण गलियों व सड़कों पर पानी भरा रहता है.

नगर परिषद ने पशु डेयरी संचालकों पर कार्रवाई करने के लिए एमसी एक्ट के तहत नोटिस दिए हैं. जिनमें 18 बड़े पशु डेयरी संचालक हैं. गोहाना नगर परिषद अधिकारी राजेश वर्मा ने बताया कि सरकार ने डिस्पोजल ऑफ कैटल डग पॉलिसी लागू की है.

गोहाना नगर परिषद ने 18 पशु डेयरी संचालकों को दिया नोटिस

इस पॉलिसी के तहत पशु संचालकों को पशुओं के मल मूत्र का निस्तारण करने की व्यवस्था खुद करनी होगी. अगर कोई डेयरी संचालक मल मूत्र को सीवर में नालों में डालेगा तो उस पर जुर्माना किया जाएगा.

ये भी पढ़ें- लॉकडाउन में नौकरी गई तो बना नशा तस्कर, फरीदाबाद पुलिस ने किया गिरफ्तार

नगर परिषद द्वारा शहर का सर्वे कराने के बाद करीब 18 पशु डेयरी संचालकों को एमसी एक्ट के अंतर्गत नोटिस दिए हैं. डेयरी संचालकों को व्यवस्था करने के लिए 1 महीने का समय दिया है. साथ में उन्हें एक रजिस्ट्रेशन फॉर्म भी दिया है. जिनमें उन्होंने व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी देनी होगी. फिर भी डेयरी संचालक नहीं मानते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए ₹10 हजार जुर्माना किया जाएगा. अगर पशु संचालक फिर भी नहीं मानते हैं तो उनकी डेरी को सील कर दिया जाएगा.

सोनीपत: गोहाना में अधिकांश सीवर जाम रहते हैं. जिनकी मुख्य वजह पशु डेयरी संचालक हैं. गोहाना में मुगलपुरा बड़ौदा रोड पर पशु डेयरी हैं. क्योंकि डेयरी संचालक पशुओं के मल को सीवर नाले में डाल देते हैं. जिससे यहां के सीवर हरदम जाम रहते हैं. जिससे सीवर ओवरफ्लो होने के कारण गलियों व सड़कों पर पानी भरा रहता है.

नगर परिषद ने पशु डेयरी संचालकों पर कार्रवाई करने के लिए एमसी एक्ट के तहत नोटिस दिए हैं. जिनमें 18 बड़े पशु डेयरी संचालक हैं. गोहाना नगर परिषद अधिकारी राजेश वर्मा ने बताया कि सरकार ने डिस्पोजल ऑफ कैटल डग पॉलिसी लागू की है.

गोहाना नगर परिषद ने 18 पशु डेयरी संचालकों को दिया नोटिस

इस पॉलिसी के तहत पशु संचालकों को पशुओं के मल मूत्र का निस्तारण करने की व्यवस्था खुद करनी होगी. अगर कोई डेयरी संचालक मल मूत्र को सीवर में नालों में डालेगा तो उस पर जुर्माना किया जाएगा.

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नगर परिषद द्वारा शहर का सर्वे कराने के बाद करीब 18 पशु डेयरी संचालकों को एमसी एक्ट के अंतर्गत नोटिस दिए हैं. डेयरी संचालकों को व्यवस्था करने के लिए 1 महीने का समय दिया है. साथ में उन्हें एक रजिस्ट्रेशन फॉर्म भी दिया है. जिनमें उन्होंने व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी देनी होगी. फिर भी डेयरी संचालक नहीं मानते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए ₹10 हजार जुर्माना किया जाएगा. अगर पशु संचालक फिर भी नहीं मानते हैं तो उनकी डेरी को सील कर दिया जाएगा.

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