सोनीपत: बरोदा विधानसभा उपचुनाव को लेकर राज्य में सियासत चरम पर है. सभी पार्टियों के नेता अब मैदान में उतर चुके हैं और एक दूसरे के उम्मीदवारों पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में जुट गए हैं.
बरोदा उपचुनाव में गठबंधन के उम्मीदवार योगेश्वर द्त ने आरक्षण को लेकर 2018 में ट्वीट किया था कि आरक्षण का लाभ एक निश्चित समय के लिए किया जाना चाहिए. इसको लेकर कांग्रेस के नेता पूर्व शिक्षा मंत्री और मौजूदा झज्जर विधायक गीता भुक्कल ने प्रेस कॉंफ्रेंस करके गठबंधन के उम्मीदवार को माफी मांगने की बात कही.
पूर्व शिक्षा मंत्री व मौजूदा विधायक गीता भुक्कल ने कहा कि 2018 में गठबंधन उम्मीदवार योगेश्वर दत्त ने ट्वीट के जरिए कहा था कि जिस आदमी को आरक्षण दिया जा रहा है. वो सामान्य आदमी बन ही नहीं पा रहा है. इसलिए समय सीमा तय की जानी चाहिए कि वो कब तक सामान्य व्यक्ति बन जाएगा. जिसमें मंत्री, डॉक्टर, प्रोफेसर, टीचर भी गरीब व्यक्ति ही बने रहते हैं. इसलिए ऐसे आरक्षण को बंद कर देना चाहिए.
गीता भुक्कल ने योगेश्वर दत्त पर हमला बोलते हुए कहा कि जब योगेश्वर दत्त खिलाड़ी होते थे और लगातार वो मेडल जीतकर आ रहे थे. उस टाइम कांग्रेस शासन काल था. उसी दौरान उनको कोटे के तहत करोड़ों रुपये मिले और नौकरी भी मिली.
ये सब खेल नीति में आरक्षण मिलने के कारण ही उन खिलाड़ियों को नौकरी मिली थी. अगर इतना ही गलत है तो पैसे उनको सरकार को लौटा देनी चाहिए. क्योंकि उन्होंने यह बचकानी हरकत की है और माफी मांगनी चाहिए. गीता भुक्कल ने कहा कि हम सभी दलित नेता इस तरह के के टिकट पर घोर निंदा करते हैं.
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